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मेरे शिक्षक पर निबंध (My Teacher Essay in Hindi)

पहले के समय में हमारे देश में शिक्षक को इस तरह का सम्मान दिया जाता था, परन्तु आज के समय में शिक्षक और छात्र दोनो ही बदल गये है। पहले के समय में शिक्षण एक पेशा ना होकर एक उत्साह और एक शौक का कार्य था, पर अब यह मात्र एक आजीविका चलाने का साधन बनकर रह गया है। लेकिन मुझे लगता अभी भी सब कुछ खत्म नही हुआ है। जब भी मैं छात्रों को शिक्षक दिवस मनाते हुए देखता हूँ मैं काफी भावुक हो जाता हूँ और इसके साथ ही काफी प्रसन्न भी महसूस करता हूँ। यह सब देखकर मुझे लगता है अभी भी हमारे दिलो में शिक्षको के लिए विशेष स्थान है।

शिक्षक दिवस पर 10 वाक्य | मेरे प्रिय अध्यापक पर निबंध

मेरे शिक्षक पर छोटे तथा बड़े निबंध (Short and Long Essay on My Teacher in Hindi, Mere shikshak par Nibandh Hindi mein)

मेरे शिक्षक पर निबंध – 1 ( 250 – 300 शब्द).

इस बात से को इनकार नही कर सकता है कि स्कूल के पहले दिन से लेकर कालेज के आखिरी दिन तक वह हमें पढ़ाते है हमारी कमियां खोजते है और हमें शिक्षा देते है। इसके अलावा वह हमारे व्यक्तित्व का भी निर्माण करते है अगर संक्षिप्त में कहे तो वह हमारे भविष्य का निर्माण करते हैं।

शिक्षक हमारे भविष्य के निर्माता

वैसे तो कई रिश्ते है जिनका हमारे ह्रदय में विशेष स्थान होता है और मुझे विश्वास है कि उनमें से एक है शिक्षक का रिश्ता जो हमारे लिए सबसे प्रिय है। खासतौर से वह जो हमारे साथ सख्ती से पेश आते थे और हमें गलतियों पर सजा दिया करते थे।

जैसे-जैसे हम बड़े होते जाते है यह नफरत प्रेम में बदल जाता है, क्योंकि हम अपने पेशे में डांट का महत्व महसूस करते है। कबीर दास ने शिक्षक के कार्य को नीचें के पंक्तियो में बखूबी समझाया है।

“गुरु कुम्हार शिष कुंभ है, गढ़ि गढ़ि काढ़ै खोट, अंतर हाथ सहार दै, बाहर बाहै चोट”

उपर के पंक्तियों में कबीर दास जी कहते है कि शिक्षक एक कुम्हार के तरह है और छात्र पानी के घड़े के तरह जो उनके द्वारा बनाया जाता है और इसके निर्माण के दौरान वह बाहर से घड़े पर चोट करता है और इसके साथ ही सहारा देने के लिए अपना एक हाथ अंदर भी रखता है।

इसलिए मैं अपने शिक्षक को इतना प्रेम करता हूँ (खासतौर से उनका जो मुझे ज्यादे डांटते थे)। वो वह व्यक्ति थे जो मेरे भविष्य निर्माण के लिए जिम्मेदार है।

जब मैं एक छात्र था, तब मैं एक अंग्रेजी लेखक बनना चाहता था। जब यह बात मैंने अपने दोस्तो और माता-पिता को बताया तो वह मुझ पर हंसने लगे क्योकि मेरी अंग्रेजी काफी खराब थी। मेरे शिक्षक हमेशा डांटते और सजा दिया करते थे पर मैनें कभी अपना धैर्य नही खोया। यह उनके मार्गदर्शन और मेहनत का फल ही जिससे कि मैं एक अंग्रेजी शिक्षक और लेखक बन पाया। पहले मैं उनके द्वारा मुझसे कड़ाई बरतने पर मुझे काफी बुरा लगता था, पर अब मैं उन्हे धन्यवाद देता हूँ क्योंकि उनके कड़ाई और मेरे उपर किये गये मेहनत का फल मुझे प्राप्त हुआ।

तो आपको भी अपने कड़ाई बरतने वाले शिक्षको की बातो का बुरा नही मानना चाहिए, क्योंकि वह आपको वो बनायेंगे जो आप बनना चाहते हो। दूसरे शब्दो में कहे तो वह आपके भविष्य के निर्माता है।

Meri Teacher par nibandh – 2 (400 शब्द)

यह सच है कि हमारे माता-पिता हमारे पहले शिक्षक है। वह हमें काफी कुछ सिखाते है, इस बात इन्कार नही किया जा सकता है, पर हमारी असली शिक्षा तब शुरु होती है जब हम स्कूल जाते है। जहा हम अपने शिक्षको द्वारा ज्ञान प्राप्त करना शुरु करते हैं। शिक्षक एक व्यक्ति के जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है।

हमारे जीवन में शिक्षक का महत्व

एक शिक्षक एक मार्गदर्शक, गुरु, मित्र होने के साथ ही और कई भूमिकाएं निभाते है, जिनके बारे में हम सोच भी नही सकते है। यह विद्यार्थी के उपर निर्भर करता है, कि वह अपने शिक्षक को कैसे परिभाषित करता है। संत तुलसी दास के ने इसे नीचे के पंक्तियों में बहुत ही अच्छे तरीके से समझाया है।

“जाकी रही भावना जैसी, प्रभु मूरत देखी तिन तैसी”

उपर के पंक्तियों में संत तुलसी दास ने बताया है कि भगवान/गुरु एक व्यक्ति को वैसे ही नजर आयेंगे जैसा कि वह सोचेगा। उदहारण के लिए अर्जुन भगवान श्रीकृष्ण को अपना मित्र मानते थे, वही मीरा बाई भगवान श्रीकृष्ण को अपना प्रेमी ठीक इसी प्रकार से यह शिक्षक के उपर भी लागू होता है।

मेरे नर्सरी शिक्षक – मेरे सब कुछ

मेरे नर्सरी शिक्षक के व्यक्तित्व में कुछ जादू सा था, मैं उन पर आंख मूंदकर भरोसा करता था। मैं उनके साथ के अपने इस रिश्ते को बयान नही कर सकता पर हाँ मैं यह अवश्य कह सकता हूँ कि यह कई रिश्तो का मिश्रण था।

मेरे प्राइमरी (प्राथमिक) शिक्षक – मेरे गुरु

ऐसा कहा जाता है कि एक इमारत की नींव मजबूत हो तो इमारत मजबूत होती है, और व्यक्ति जितने चाहे उतनी मंजिले उसमें जोड़ सकता है लेकिन अगर नींव कमजोर हो तो ऐसा करना काफी खतरनाक होता है। मैं काफी भाग्यशाली था जो मुझे इतने अच्छे प्राथमिक शिक्षक मिले जिन्होंने मेरे जीवन में चरित्र और शिक्षा की नींव रखी और इसी मजबूत नींव के वजह से आज मैं इस मुकाम पर पहूँच पाया हूँ।

मेरे माध्यमिक विद्यालय के शिक्षक – मेरे अनुशासन कर्ता

आज मेरे अंदर जो भी अनुशासन है वह मेरे माध्यमिक विद्यालय के शिक्षक के द्वारा ही दी गयी है। वह मुझे डांटा करते थे, मुझ पर चिल्लाया करते थे और मुझे मेरे सीमा तक पहूँचाते थे। जब मैं विद्यालय में था, तब मुझे उनकी बातो का काफी बुरा लगता था, पर अब मैं इस बात को समझ चुका हूँ कि यह सब उन्होंने मेरे भलाई के लिए किया।

मेरे सेंकडरी और हायर सेकेंडरी स्कूल के शिक्षक – मेरे दोस्त

किसी ने सच ही कहा कि जब बेटे/बेटी के जूते उनके माता पिता या शिक्षक के जूते के बराबर हो जाये तो वह दोस्त बन जाते है। मैं अपनी हर व्यक्तिगत बाते अपने शिक्षको के साथ बांटा करता था, जिससे वह इन बातो में मेरा मार्गदर्शन किया करते थे। यह उनका मार्गदर्शन ही था, जो मैं किशोरावस्था के कई समस्याओं से बच गया।

एक शिक्षक हमारे जीवन में एक अभिनेता की तरह कई भूमिकाएं निभाता है, जो हमारी जीवन में हमारे लिए मददगार साबित होती है। जिनसे हमें एक बेहतर व्यक्ति एक अच्छा इंसान बनने की प्रेरणा मिलती हैं।

निबंध – 3 (500 शब्द)

मेरे लिए यह बताना काफी मुश्किल है कि एक व्यक्ति के जीवन में शिक्षक का क्या महत्व है, क्योंकि हम में ज्यादेतर लोगो की वह एक पूरी दुनिया ही होते है। वह लोग काफी सौभाग्यशाली होते है, जिन्हे अच्छे शिक्षक मिलते है।

शिक्षक का हमारे जीवन में महत्व

एक पैदा हुए बच्चे का दिमाग बिल्कुल खाली होता है, हम कह सकते है यह एक खाली स्लेट की तरह होता है और इस स्लेट पर एक शिक्षक जो भी सिखाता है वह उस बच्चे का व्यक्तित्व बन जाता है।

हमें शिक्षा देने वाले

एक शिक्षक का मुख्य लक्ष्य छात्रों को ज्ञान देना होता है। वह अपने छात्रो को सबसे अच्छे तरीके से सीखाने का प्रयास करता है और उनके जरुरत के हिसाब से खुद को ढालता है। इसके साथ ही एक शिक्षक को कई बार काफी कम संसाधनो या बिल्कुल ना के बराबर के संसाधनो के साथ विद्यार्थियों को पढ़ाना होता है जैसे की सरकारी विद्यालयों में जो वाकई में एक चुनौती का कार्य होता हैं।

कई बार एक शिक्षक को अपन वित्तीय जरुरतो को पूरा करने के लिए काफी लम्बे समय तक कार्य करना होता है क्योंकि एक शिक्षक को काफी कम वेतन मिलता है। इसके साथ ही शिक्षा की गुणवत्ता बनाये रखने के लिए एक शिक्षक को उस विषय में नोट बनाने और अन्य जानकारी प्राप्त करने की आवश्यकता होती है। इस प्रकार से हम कह सकते है कि एक शिक्षक का कार्य काफी कठिन कार्य होता है।

शिक्षक एक चरित्र निर्माता

किताबी ज्ञान देने के अलावा एक शिक्षक बच्चों को नैतिक ज्ञान भी देते हैं। जो कि कई बार औपचारिक रुप से होता है तो कई बार साधरण रुप से, जब मैं एक बच्चा था तो एक बार मैने अपने एक दोस्त से बिना पूछे उसका रबड़ ले लिया और उसे लौटाना भूल गया। इस पर मेरे दोस्त ने मेरे शिक्षक से जा कर कह दिया कि मैने उसका रबड़ चुराया है। इस बात पर मैं रोने लगा और कहा मैं उससे पूछना भूल गया था, मैंने चोरी नही की, इस बात पर मेरे शिक्षक ने मुझसे कहा की “मैं तुम्हारी बात पर यकीन करता हूँ, लेकिन तुम्हे दूसरे की वस्तु लेने से पहले पूछना चाहिए था” तब से लेकर आज तक उनके इस बताये गए पाठ को मैं कभी नही भूला।

छोटी-छोटी चीजे जो विद्यालयों में सिखायी जाती है, जैसे कि तमीज, झूठ ना बोलना,  हमेशा धन्यवाद और कृपया कहना, कक्षा में आने पर या कुर्सी पे बैठने से पहले आज्ञा लेना आदि, भले ही यह चीजे काफी छोटी प्रतीत होती हो पर मेरा यकीन मानिए यह छोटी चीजे आसानी से परिस्थितियों को तोड़ और जोड़ सकती है।

शिक्षक एक पथ प्रदर्शक और एक गुरु

जब मैं 10वीं कक्षा में था, तो मुझे समझ नही आ रहा था कि मुझे कौन सा विषय चुनना चाहिए विज्ञान या वाणिज्य, मैं जितने लोगो से सलाह लेता उतना ही ज्यादे भ्रमित हो जाता। अंत में इस विषय में मैने अपने शिक्षक से सलाह ली और “उन्होंने मुझसे कहा अपने दिल की बात सुनो तुम्हे अपना उत्तर मिल जायेगा” और वास्तव में मुझे मेरा उत्तर मिल गया।

एक शिक्षक एक दोस्त

मुझे इस बात का पूरा विश्वास है कि कोई व्यक्ति कितना भी प्रतिभासाली क्यों ना हो, अगर वह भावनात्मक रुप से अच्छा नही है तो वह अच्छा प्रदर्शन नही कर सकता है। अगर एक छात्र अपने शिक्षक को अपना मित्र मान ले तो मेरा विश्वास मानिए वह अपने भावनात्मक बाधाओं को आसानी से पार कर जायेगा।

शिक्षक हमारे शुभचिंतक

कुछ व्यक्ति ऐसे होते है, जो आपको कभी धोखा नही देते है। उनमें से एक है आपके शिक्षक, इससे कोई फर्क नही पढ़ता है कि आप उनके विषय में क्या सोचते है वह हमेशा ही आपके शुभ चिंतक रहेंगे।

ऐसा ही एक वाकया मैं आप लोगो के सामने रखना चाहूँगा, जब मैं स्कूल में था। हमारे एक गणित के शिक्षक थे जो हमेशा हमारे साथ काफी कड़ाई के साथ पेश आते थे, वह अक्सर हमे डांटते थे और पिटाई भी किया करते थे। दूसरे शब्दो में कहे तो उन्होंने हमारा जीना मुश्किल कर दिया था। एक दिन इन सब बातो को लेकर हमारा धैर्य जवाब दे गया और हममे उनकी मोटरसाईकल में आग लगा दी, जिसके बाद इस मामले की एफ.आई.आर दर्ज हुई और जब हमारे एक सहपाठी को धमकाया तो उसने कुछ लोगो के नाम बता दिये और जब पुलिस उन लड़को को गिरफ्तार करने आयी तो हमारे गणित के शिक्षक ने अपनी शिकायत वापस ले ली।

हम में से किसी ने भी ऐसा सोचा भी ना था, हम उनके पास गये और उनसे क्षमा मांगी और उनसे पूछा कि उन्होंने अपनी शिकायत वापस क्यों ले ली उन्होंने जो कहा अब वह मैं आपको बताने जा रहा हूँ, उन्होंने कहा “एक विद्यार्थी के रुप में आपसे गलतियां होती है और मेरा काम है उन्हे ठीक करना, लेकिन मैं तुम लोगो को ऐसी सजा नही दे सकता जो तुम्हारा भविष्य खराब कर दे और तुम्हे एक अपराधी बना दे, इसलिए मैने अपनी शिकायत वापस ले ली।” उनकी इस बात पर हम काफी रोये और अपने इस किये के लिए उनसे माफी मांगी, वास्तव में यही शिक्षक का असली चरित्र होता है।

अंत में मैं यहि कहूंगा कि एक शिक्षक वह व्यक्ति होता है जो हमें सही मायनों में एक पूर्ण इंसान बनाता है।

निबंध – 4 (600 शब्द)

मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है, हम एक समय में कई भूमिकाएं निभाते है। जैसे कि हम एक बेटे हो सकते है, या माता, पिता, भाई, पति, दोस्त, बास, कर्मचारी आदि जैसे रिश्तो में एक ही समय पर बंधे हो सकते है। हर एक रिश्ते का क्षेत्र और सही रुप से निर्धारित होता है पर कुछ ऐसे रिश्ते होते है जो काफी जटिल होते है और इन्हे शब्दो में बयान नही किया जा सकता है। देखा जाये तो यह कई रिश्तो का मिश्रण होते है, कुछ ऐसा ही रिश्ता एक छात्र और शिक्षक का भी होता है। इस रिश्ते को परिभाषित करना काफी कठिन है क्योंकि शिक्षक हमारे जीवन में कई महत्वपूर्ण किरदार निभाते है।

शिक्षक और विद्यार्थी का रिश्ता

  • एक विशेष रिश्ता (एक नर्सरी के छात्र और उसके शिक्षक के मध्य)

मुझे इस बात का पुरा भरोसा है कि आप सबको भी यही लगता होगा की एक नर्सरी के छात्र का उसके शिक्षक/शिक्षिका के साथ एक ऐसा विशेष संबंध होता है, जिसे परिभाषित नही किया जा सकता है। मेरे पास इसके लिए सिर्फ एक ही शब्द है वो है जादुई, अगर वह मुझसे कुछ करने के लिए कहा करती थी, तो मैं कभी मना नही कर पाता था। एक बार मैंने उनसे मासूमियत से पूछा “मैडम क्या आप मुझे पसंद करती हैं?” इस पर उन्होंने मुझे जवाब दिया कि “हाँ बिल्कुल” उस दिन मुझे काफी प्रसन्न्ता हुई।

एक दिन कुछ कारणों से मैं नाराज हो गया और घर पर खाना नही खा रहा था। मेरे माता-पिता ने हर कोशिश की पर उन्हें कोई कामयाबी नही मिली, अंत में मेरे पिता जी ने मेरे स्कूल टीचर को फोन किया और मुझे उनसे बात करने के लिए कहा। उन्होंने मुझसे कहा कि “धीरेन्द्र………” मैंने तुरंत जवाब दिया “हाँ मैम मैं बिल्कुल भी गुस्सा नही हूँ और अभी खाना खा लूंगा और अपना होमवर्क भी करुंगा………” उनका मुझ पर कुछ इस तरह का प्रभाव था।

अब एक शिक्षक के तौर मैं भी अपने छोटे-छोटे छात्रों के साथ कुछ वैसा ही रिश्ता बनाने का प्रयास करता हूँ। अब इसमें मुझे सफलता मिलेंगी या नही यह चर्चा का विषय हो सकता है, पर मैं अपने तरफ से हमेशा ही एक अच्छा शिक्षक बनने का प्रयास करुंगा।

  • एक आर्मी कैडेट और उसके प्रशिक्षक का रिश्ता

जब मैं छठवीं कक्षा में था तब मैंने एन.सी.सी में शामिल हुआ था। मुझे याद है कि हमारे प्रशिक्षक एक सख्त इंसान थे और हम उन्हे गब्बर पुकारा करते थे। आज मेरे अंदर जो भी अनुशासन और संघर्षशीलता है वह उन्ही के बदौलत है। उन्होंने हमे बचने के तरीके और कई चीजे सिखायी। हमारे बीच का यह रिश्ता डर पे टिका हुआ था। यह बिल्कुल शोले फिल्म के गब्बर सिंह के आतंक के तरह था।

वह जब भी चिल्लाया करते थे “लड़को क्या तुम भूखो हो?”  हम जवाब दिया करते थे “नही सर”, इसके बाद वह फिर से पूछा करते थे “क्या तुम थके हो” और फिर से जवाब दिया करते थे “नही सर”। अब मैं जब भी थका महसूस करता हूँ मुझे उनकी वह चिल्लाहट याद आ जाती है और मेरा शरीर फिर से स्फूर्ति से भर जाता है।

  • किशोर छात्रों और उनके शिक्षकों के मध्य का रिश्ता

किशोरावस्था का समय जिदंगी का सबसे महत्वपूर्ण समय माना जाता है। सामान्यतः इस समय में शिक्षक और छात्र का रिश्ता समझ, प्रेम और आकर्षण पर टिका होता है। किशोरावस्था के बच्चो को संभालने के लिए एक शिक्षक के लिए यह सबसे जरुरी होता है कि वह काफी परिपक्व हो, नही तो इस बात की ज्यादे संभावना है कि हर चीज उलट-पुलट हो जायेगी।

यह उम्र ऐसी होती है जब मनुष्य के मन में विद्रोह भरा होता है। मेरा मतलब है कि एक किशोर को कोई काम करने से जितना भी रोका जाता है वह उसके प्रति उतना ही ज्यादे ही आकर्षित होता है। इसलिए एक अच्छे शिक्षक के लिए यह काफी आवश्यक है कि कड़ाई भी काफी सोच-समझ करे क्योंकि ज्यादे कड़ाई भी  चीजो को बिगाड़ सकती है।

जब मैं आठवीं कक्षा में था, तो मेरी अंग्रेजी काफी खराब थी। इसलिए मैं सही उत्तर नही लिख पाता था। एक दिन मेरे अंग्रेजी के अध्यापक ने मुझे बुलाया और उनके हाथ में मेरी साहित्य की एक कापी थी मुझे लगा कि आज मुझे फिर से डांट पड़ने वाली है या फिर उससे भी बुरा मेरे माता-पिता को बुलाया जायेगा। लेकिन भगवान का शुक्र था कि ऐसा कुछ भी नही हुआ, उन्होंने मुझसे विनम्रता से मेरी समस्या के बारे में पूछा पर मैं डर के मारे इस विषय में उन्हे कुछ बता नही पाया। जब मुझे लगा कि वह मुझे नही डाटेंगी तब मैने उन्हे अपनी समस्या के बारे में बताया उसके बाद उन्होंने मुझ पर काफी मेहनत की और आज यह उन्हीं के मेहनत तथा मेरे दृढ़ इच्छाशक्ति का नतीजा है, जिससे मेरी अंग्रेजी काफी सुधर गयी। इस पुरे घटना को आपको का बताने का मतलब यह है कि अगर वह मुझे डांटती या सजा देती, तो मुझे इस बात का पूरा भरोसा है परिस्थितियां विपरीत हो जाती।

मैं भी अपने छात्रों के साथ ऐसा ही करने का प्रयास करता हूँ, पर कई बार परिस्थितियां काफी पेचीदा हो जाती है। उदाहरण के लिए, एक बार मेरी एक छात्रा ने मुझसे पुछा “सर मैं आपको कैसी लगती हूँ” इस पर मैने हसते हुए कहा “तुम एक अच्छी लड़की हो।”

अंत में मैं यही कहूँगा की एक शिक्षक और छात्र का रिश्ता दुनिया भर के सबसे अच्छे रिश्तो में से एक है, क्योंकि यह कई रिश्तो का मिश्रण होता है।

Essay on My Teacher

सम्बंधित जानकारी:

शिक्षक दिवस पर निबंध

शिक्षक पर निबंध

FAQs: Frequently Asked Questions

उत्तर – हमें शिक्षकों का आदर इसलिए करना चाहिए क्योंकि वो हमें ज्ञान देते हैं।

उत्तर – शिक्षक वह व्यक्ति होता है जो सीखने की प्रक्रिया में छात्रों की सहायता करता है।

उत्तर – हमारे पूर्व राष्ट्रपति डॉ. अब्दुल कलाम ने कहा था कि ‘शिक्षण एक महान पेशा है’।

उत्तर – जो शिक्षक अपने स्वार्थ के लिए काम नहीं करते और छात्रों की मदद के लिए तैयार रहते हैं वे अच्छे शिक्षक होते हैं।

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मेरे शिक्षक पर निबंध 10 lines (My Teacher essay in Hindi) 100, 150, 200, 250, 300, 500 शब्दों मे

teacher par essay in hindi

My Teacher Essay in Hindi – एक शिक्षक वह व्यक्ति होता है जो एक छात्र के जीवन को ढालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। कुछ शिक्षक जीवन की कुछ समस्याओं की कुंजी के रूप में आपकी स्मृति में रहते हैं। एक शिक्षक न केवल अकादमिक ज्ञान प्रदान करता है बल्कि नैतिक मूल्यों को भी साझा करता है, और नैतिकता को आत्मसात करता है जो हमारे व्यक्तित्व को एक बेहतर इंसान के रूप में आकार देता है।

छात्रों को सकारात्मकता और नकारात्मकता को संतुलित करने और छात्र के जीवन को आकार देने में बचपन का अधिकतम समय बिताने में मदद करने के लिए एक शिक्षक माता-पिता के साथ आगे आता है। एक शिक्षक एक जीवन बदलने वाला रोल मॉडल है जो आपके विकास के विकास को प्रभावित करता है, महत्वपूर्ण दैनिक मूल्यों को विकसित करता है। वे अपार धैर्य, सहनशीलता और एक चमकदार झिलमिलाती मुस्कान के साथ समाज के निर्माण खंड हैं।

My Teacher Essay in Hindi – शिक्षकों के बारे में प्रासंगिक जानकारी के साथ छात्रों की सहायता के लिए, असाइनमेंट के लिए एक गाइड के रूप में एक लंबा और छोटा निबंध यहां दिया गया है। इसके अतिरिक्त, दस सरल संकेत जो एक बुनियादी दिशानिर्देश प्रदान करते हैं जिस पर कोई व्यक्ति समझ को फ्रेम कर सकता है।

माई टीचर निबंध 10 लाइन्स (My Teacher Essay 10 Lines in Hindi)

  • 1. शिक्षक वह होता है जो हमें हमारी जीवन यात्रा की ओर ले जाता है।
  • 2. शिक्षक हमें जीवन जीना सिखाता है।
  • 3. मेरे स्कूल में मेरे कई शिक्षक और महोदया हैं।
  • 4. वे सब हमें पढ़ाते हैं और शिक्षा देते हैं।
  • 5. मेरे शिक्षक मेरे दोस्तों की तरह हैं, वे सभी हमसे प्यार करते हैं।
  • 6. हम अपने शिक्षकों के साथ सब कुछ साझा कर सकते हैं।
  • 7. कभी-कभी जब मैं असामान्य हो जाता हूं तो मेरे शिक्षक मुझे डांटते हैं।
  • 8. मुझे इससे कोई आपत्ति नहीं है क्योंकि यह एक अच्छे उद्देश्य के लिए था।
  • 9. वे हमें अनुशासन, शिष्टाचार सिखाते हैं और हमें सही दिशा में ले जाते हैं।
  • 10. शिक्षक छात्रों के जीवन के सबसे अच्छे गुरु होते हैं। इसलिए हमें उनका सम्मान करना चाहिए।

इनके बारे मे भी जाने

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मेरे शिक्षक पर लघु निबंध (Short Essay on My Teacher in Hindi)

My Teacher Essay in Hindi – शिक्षक के बिना विद्यार्थी नहीं रह सकता। जाहिर है, मुझे स्कूल और घर में कई शिक्षकों का साथ मिला है।

मैं किताबों से जो कुछ सीखता हूं, उसे वे पूरी तरह से समझाते हैं। इस प्रकार मुझे विभिन्न विषयों में अच्छा ज्ञान प्राप्त होता है।

वे मुझे व्यक्तिगत रूप से सलाह देते हैं। वे हर तरह से मेरा मार्गदर्शन करते हैं। अक्सर स्कूल में मैं उनकी कंपनी को पूरी तरह से नहीं ढूंढ पाता। लेकिन मैं उनके फुरसत में इसका आनंद लेने का प्रबंधन करता हूं।

मैं स्कूल के अलावा घर पर ही अपने प्राइवेट ट्यूटर्स के यहां पढ़ता हूं। वे मुझे मेरे गृहकार्य करने में मदद करते हैं। मैं उनकी मदद से अपने अध्ययन को संशोधित करता हूं।

कभी-कभी वे मेरी गलतियों के लिए मुझे फटकार लगाते हैं। लेकिन मुझे इससे ऐतराज नहीं है।

मैं अपने शिक्षकों से कई अच्छी आदतें सीखता हूं। वे मुझे जल्दी उठने, स्वच्छता की आदत बनाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।

मेरे शिक्षक निबंध 100 शब्द (my teacher essay 100 words in Hindi)

यदि हम कभी बैठकर अपना आशीर्वाद गिनें, तो हम उस महत्व को नज़रअंदाज़ नहीं कर पाएंगे जो हमारे जीवन में एक शिक्षक का है या था। शिक्षकों की तुलना अक्सर हमारे समाज के निर्माण खंडों से की जाती है जो हमें ज्ञान और ज्ञान की एक मजबूत नींव रखने में मदद करते हैं, जिस पर हम अपने जीवन और करियर का निर्माण करते हैं। यह सम्मानित पेशा अक्सर दूसरों के बीच सबसे सम्मानजनक में से एक के रूप में गिना जाता है क्योंकि यह शिक्षक हैं जो दूसरों के विकास में काम करते हैं। दूसरों को ज्ञान से समृद्ध करने और उनका मार्गदर्शन करने जैसे व्यक्तित्व गुणों के लिए कोई व्यक्ति स्वभाव से शिक्षक भी हो सकता है न कि पेशे से।

मेरे शिक्षक निबंध 150 शब्द (my teacher essay 150 words in Hindi)

My Teacher Essay in Hindi – शिक्षक पृथ्वी पर सबसे महत्वपूर्ण प्राणियों में से एक हैं क्योंकि वे छात्रों के व्यक्तित्व को ढालने में मदद करते हैं और उन्हें भविष्य के जीवन के लिए सही दिशा में मार्गदर्शन करते हैं। अध्यापन पेशे में, परिदृश्य लगभग किसी भी अन्य प्रतिष्ठित पेशे के समान है, जिसमें अच्छे और बुरे दोनों लोगों की उपस्थिति होती है, लेकिन दुनिया में बहुत कम शिक्षकों पर दुष्ट होने का दावा किया जाता है।

युवा आत्माओं के साथ व्यवहार करते समय शिक्षकों को हमेशा बहुत दयालु और समझदार होना चाहिए क्योंकि उनके खट्टे कार्यों का उन पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है। शिक्षण के ऐसे कई तरीके हैं जिन्हें शिक्षक पाठ को अधिक रोचक बनाने के लिए अनुकूलित कर सकते हैं। शिक्षकों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे उस अवधारणा के बारे में तैयार और आश्वस्त हैं जिसे वे कक्षा में पढ़ाने जा रहे हैं। ऐसी घटनाएं होती हैं जहां शिक्षकों ने दोस्तों या माता-पिता की तुलना में बहुत अधिक मदद की है। इसलिए, हम सभी को अपने शिक्षकों का सम्मान और प्यार करना चाहिए और उन्हें हमेशा अपनी याद में रखना चाहिए।

मेरे शिक्षक निबंध 200 शब्द (my teacher essay 200 words in Hindi)

राष्ट्र के विकास में एक शिक्षक की भक्ति काबिले तारीफ है, क्योंकि अच्छे शिक्षक आवश्यक संपत्ति हैं। शिक्षकों की उपस्थिति प्रागैतिहासिक समाज से रही है। शुरुआत में, जब कोई किसी चीज़ में बहुत अच्छा था, तो दूसरे ने उनसे अनुरोध किया कि वे उन्हें किसी चीज़ के बदले में इसके बारे में सिखाएँ

अधिकांश शिक्षक किसी को भी जरूरत पड़ने पर किसी भी समय मदद करने को तैयार रहते हैं। एक शिक्षक अपने छात्रों में अवधारणाओं के बारे में सफलतापूर्वक जिज्ञासा जगा सकता है और फिर उस ज्ञान की भूख या प्यास को सफलतापूर्वक संतुष्ट भी कर सकता है। एक आदर्श शिक्षक को शिक्षण में कुशल, ईमानदार, अनुशासित, प्रतिभाशाली, विनम्र, मेहनती, कर्तव्यपरायण और ईमानदार होना चाहिए।

शिक्षक छात्रों को डर पर काबू पाने में मदद करते हैं और प्रत्येक छात्र की क्षमता का पता लगाते हैं, कभी-कभी इससे पहले कि वे खुद को जान सकें। शिक्षकों को अक्सर समाज के अभिभावक देवदूत कहा जाता है, क्योंकि उनमें एक मित्र, मार्गदर्शक और दार्शनिक के सभी गुण होते हैं। एक शिक्षक अपने छात्रों की सफलता में अत्यधिक गर्व और व्यक्तिगत सफलता महसूस कर सकता है। एक अच्छा शिक्षक एक छात्र की शैक्षणिक सफलता से परे देख सकता है और उन्हें अपने जीवन के उद्देश्य को पूरा करने का मार्ग खोजने में मदद कर सकता है।

मेरे शिक्षक निबंध 250 शब्द – 300 शब्द (my teacher essay 250 words – 300 words in Hindi)

एक शिक्षक एक ऐसा व्यक्ति होता है जिसके पास दूसरों को सीखने, मार्गदर्शन करने और किसी समस्या को हल करने में मदद करने के लिए सराहनीय कौशल होता है। शिक्षकों के पास उत्कृष्ट संचार कौशल होना चाहिए ताकि छात्र सब कुछ समझ सकें और आसानी से सीख सकें। शिक्षकों के पास उनके पदनाम या जहां वे पढ़ा रहे हैं, के अनुसार कई साख हैं।

हमारे माता-पिता भी, एक हद तक, शिक्षक के रूप में योग्य होते हैं, भले ही वे गैर-पेशेवर होते हैं, लेकिन वे अभी भी हमारा मार्गदर्शन करने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं और हमारे पैदा होने से पहले या उससे पहले भी हमारी मदद करने का संकल्प लेते हैं। शिक्षक भी उस अनुभव के साथ बढ़ते हैं जो उन्हें किसी संस्थान में अध्यापन के वर्षों के दौरान मिलता है। शिक्षक कई पीढ़ियों को अपने सामने बढ़ते हुए देखते हैं और कई बार, उनके व्यक्तित्व को गढ़ने में एक महत्वपूर्ण कारक बन जाते हैं।

किसी को आश्चर्य हो सकता है कि एक शिक्षक होना कितना कठिन हो सकता है, लेकिन मैं आपको बता दूं कि यह कोई आसान काम नहीं है। एक शिक्षक होने के नाते अपने शिक्षण के मामले में कुशल होना और अवधारणाओं को आसानी से समझाने में बहुत अच्छा होना, इसके अलावा, एक शिक्षक के पास प्रत्येक छात्र की प्रगति को समझने और गतिशील शिक्षा के साथ परिवर्तन पर काम करने के लिए जबरदस्त अवलोकन कौशल भी होगा। वर्तमान में प्रणाली।

इसके अलावा, एक शिक्षक होने का अर्थ यह भी है कि आप अपने छात्रों के ज्ञान, और पढ़ाए गए विषय पर दक्षता का परीक्षण करने में सक्षम हों और बाद में उन लोगों की मदद करें जो मूल्यांकन के परिणामों से स्पष्ट रूप से समझ नहीं पाए। इसलिए, हिंदू धर्म में शिक्षकों के महत्व को बेहतर ढंग से व्यक्त करने के लिए, ‘गुरु’ को अक्सर भगवान और माता-पिता के समान आसन दिया जाता है। किसी की सफलता के पीछे हमेशा एक शिक्षक का योगदान होता है।

  • My Best Friend Essay
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मेरे शिक्षक निबंध 500 शब्द (my teacher essay 500 words in Hindi)

माई फेवरेट टीचर यात्रा के मार्ग का मार्गदर्शन और निर्देशन करने के लिए मूल्यवान पाठ प्रदान करते हैं और पूरे स्कूल-जीवन का मार्गदर्शन करते हैं। वे हर छात्र के जीवन में सकारात्मकता और नकारात्मकता का संतुलन हासिल करने का प्रयास करते हैं। हालांकि, एक सिक्के की तरह, शिक्षकों की दो श्रेणियां हैं- सख्त शिक्षक और समझदार शिक्षक। एक समझदार शिक्षक शिक्षण परिदृश्यों में सुधार करता है।

प्रत्येक शिक्षक का सबसे बड़ा अधिकार अपने छात्रों की उपलब्धियां होती हैं जिन्हें वे संजोते हैं। उनका मुख्य लक्ष्य अपने छात्रों को सामान्य समाज और पूरे राष्ट्र में एक व्यक्ति के रूप में हासिल करने के लिए प्रोत्साहित करना है। देश की भविष्य की उन्नति शिक्षक पर टिकी हुई है कि वह छात्रों को सफल उपलब्धि हासिल करने के लिए तैयार करे। वे महत्वपूर्ण संदेश देते हैं जो आवश्यक जीवन कारकों को प्राप्त करने के लिए परिस्थितियों की जांच करते हैं।

भारत में शिक्षकों के लिए मूल्यवान जीवन-पाठ और प्रेम को मनाने के लिए, हम भारत के दूसरे राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की स्मृति में लगातार 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के वार्षिक उत्सव की सराहना करते हैं। भारत में डॉ. एस. राधाकृष्णन, डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम, स्वामी विवेकानंद, प्रेमचंद जैसे महान शिक्षक हैं, और कई ऐसे शिक्षक हैं, जिन्होंने आगे बढ़ने के लिए मूल्यवान सबक दिए हैं।

शिक्षक महान रोल मॉडल होते हैं जो छात्र के निर्णयों को प्रभावित करते हैं। उदाहरण के लिए, भारत के सबसे प्रतिष्ठित राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम ने अपने शिक्षक के कारण एक महान एयरोस्पेस इंजीनियर के रूप में अपना स्थान हासिल किया। पक्षी कैसे उड़ते हैं, इस पर श्री शिव सुब्रमण्यम अय्यर की शिक्षा ने समाज में डॉ कलाम के योगदान को प्रभावित किया।

पुश्तैनी युग के दौरान गुरु को भी गुरु के रूप में संबोधित किया जाता था, जो गुरुकुल प्रणाली के माध्यम से आध्यात्मिक और शैक्षणिक ज्ञान प्रदान करता था, और छात्र ज्ञान प्राप्त करने के लिए अपने गुरु के साथ रहते थे।

एक रोल मॉडल वह व्यक्ति होता है जो कुछ महान हासिल करने की क्षमता को प्रेरित करता है। हर छात्र के जीवन में माता-पिता के बाद शिक्षक सबसे प्रभावशाली व्यक्ति होते हैं। प्रत्येक बच्चा सबसे पहले प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों के माध्यम से सीखता है। फिर, छात्र का अगला चरण मध्य विद्यालय का शिक्षक होता है, जो आवश्यक किशोर संक्रमणों के माध्यम से छात्रों का मार्गदर्शन करता है। छात्र जीवन से संबंधित कई प्रश्नों के साथ अपनी मध्य विद्यालय यात्रा के माध्यम से युवा वयस्कों के रूप में परिपक्व होते हैं। एक हाई स्कूल शिक्षक छात्र के जीवन के नए चरण के प्रश्नों के लिए मार्गदर्शन और मूल्यों को प्रदान करने में मदद करता है। प्रत्येक शिक्षक की सर्वोच्च संतुष्टि या उपलब्धि यह है कि सम्मान के माध्यम से सफलता प्राप्त करने के लिए छात्रों को बढ़ते हुए देखें।

प्रत्येक छात्र के जीवन के प्रारंभिक चरणों के दौरान शिक्षकों का महत्वपूर्ण प्रभाव होता है। छोटे छात्र शिक्षकों में अत्यधिक विश्वास रखते हैं और उसी के अनुसार सुनते हैं। यह छात्रों पर शिक्षक के प्रभाव के महत्व को दर्शाता है। जैसे-जैसे कोई बड़ा होता है, और कॉलेज की ओर जाता है, तब शिक्षक मित्र और संरक्षक बन जाते हैं जो जीवन की महान उपलब्धियों के लिए प्रेरित करते हैं। शिक्षक अनजाने में छात्रों को महत्वपूर्ण, मूल्यवान जीवन पाठ प्रदान करते हैं। उदाहरण के लिए, जब किसी छात्र को चोट लगती है, तो शिक्षक उसे अस्पताल में सहायता करता है जिससे छात्र सुरक्षित महसूस करता है। वे स्कूल में माता-पिता की भूमिका निभाते हैं।

एक शिक्षक न केवल सलाह देता है, बल्कि समय बढ़ने पर वे विभिन्न भूमिकाएँ भी अपनाते हैं। समय के साथ, वे दुखी होने पर दोस्त बन जाते हैं, चोट लगने पर माता-पिता और महान सलाहकार। इस प्रकार, शिक्षक महान गुरु होते हैं जो एक छात्र के जीवन को प्रभावित करते हैं और उसे आकार देते हैं। उनमें कई विशेषताएं हैं जो प्रत्येक छात्र के जीवन में एक विशेष स्थान रखती हैं।

मेरे शिक्षक निबंध पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

शिक्षकों के पास कौन से आवश्यक गुण हैं.

शिक्षक एक दयालु, मिलनसार, धैर्यवान, देखभाल करने वाले, सक्षम परामर्शदाता, खुले विचारों वाले और सुलभ जैसे कई गुण रखते हैं।

एक प्रभावी शिक्षक के रूप में किसे माना जाता है?

एक प्रभावी शिक्षक एक अच्छी तरह से प्रशिक्षित औपचारिक व्यक्ति होता है जो सभी छात्रों को पूरा करता है, शिक्षण अवधि को अधिकतम करता है, छात्रों की निगरानी करता है, अपेक्षाओं का उच्च उत्साह रखता है, और उनकी क्षमता और शिल्प को दर्शाता है।

एक शिक्षक की जिम्मेदारी क्या है?

एक जिम्मेदार शिक्षक दैनिक पाठ योजना तैयार करता है और अपने छात्रों को सभी स्तरों पर शिक्षित करता है। वे अपने छात्रों को होमवर्क, ग्रेड और हर छात्र की प्रगति का दस्तावेजीकरण करते हैं। वे विभिन्न विषयों पर छात्रों को निर्देश देते हैं कि यह सुनिश्चित करें कि उनके छात्र आकर्षक अध्ययन योजनाओं के साथ पहुंचें।

शिक्षक बनने में कितना समय लगेगा?

एक पेशेवर शिक्षक बनने से पहले, जो एक शैक्षणिक संस्थान में पढ़ाएगा, किसी को स्कूल पूरा करना होगा, फिर तीन या चार साल का कॉलेज, और शायद शिक्षक बनने के लिए दो साल का प्रशिक्षण।

क्या कोई ऐसी तारीख है जो पूरी तरह से शिक्षक दिवस के रूप में पहचानती है?

हाँ वहाँ है। यूनेस्को ने हर साल 5 अक्टूबर को शिक्षक दिवस के रूप में पेश किया जिसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाया जा सकता है।

क्या अध्यापन पेशा वही है जो बीस साल पहले था?

आपके प्रश्न का उत्तर नहीं है, क्योंकि शिक्षा क्षेत्र लगातार विकसित हो रहा है, और इसी तरह शिक्षण पद्धतियां भी हैं। जब हमारे माता-पिता को शिक्षकों द्वारा पढ़ाया जाता था, तब से लेकर अब तक कई बदलाव हुए।

Essay on My Teacher in Hindi- मेरी अध्यापिका पर निबंध

In this article, we are providing Essay on My Teacher in Hindi | Meri Adhyapika Essay in Hindi, मेरी अध्यापिका पर निबंध हिंदी | Nibandh in 100, 200, 300, 500 words For Students & Children.

दोस्तों आज हमने My Teacher Essay in Hindi लिखा है। अध्यापक  पर निबंध हिंदी में कक्षा 1, 2, 3, 4,5, 6, 7, 8, 9 ,10 और 11, 12 के विद्यार्थियों के लिए है।

Essay on My Teacher in Hindi- मेरी अध्यापिका पर निबंध

मेरी अध्यापिका पर निबंध | Teacher par Essay in 100 to 120 words

सविता मैडम हमारी कक्षा की अध्यापिका हैं। वे हमें सभी विषय पढ़ाती हैं। हम सब उनके आने से प्रसन्न हो जाते हैं।

सविता मैडम सरल व शांत स्वभाव की हैं। उन्हें बच्चों से हँसीमज़ाक करना बहुत अच्छा लगता है। सविता मैडम को कभी गुस्सा नहीं आता। वे सदा गोद में बिठाकर प्रेम से समझाती हैं।

हमारी सभी बातों को ध्यान से सुनकर मैडम हमारे प्रश्नों के उत्तर देती हैं। उनकी लिखाई बहुत सुंदर है। हम भी उनकी तरह सुंदर लिखने की कोशिश करते हैं। सीमा

सविता मैडम को हम सब बच्चों के नाम भी याद हैं। वे हमें पढ़ाई के अलावा सुंदर कविताएँ और कहानियाँ भी सिखाती हैं। हमारी कक्षा के सभी बच्चे प्रतियोगिताओं में भाग लेते हैं और सफल होते हैं।

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10 Lines on Teacher in Hindi

Essay on My Teacher in Hindi | हमारे अध्यापक जी पर निबंध 120 to 150 words

हमारे अध्यापक जी का नाम श्री शंकर है। उनकी आयु लगभग पचास वर्ष है। उनका स्वास्थ्य बहुत अच्छा है। वे इस विद्यालय में पिछले वर्ष आए थे। वे जालन्धर के रहने वाले हैं। वे समय पर स्कूल में आते हैं। उनका स्वभाव बहुत ही सरल है। वे बच्चों को प्यार करते हैं और उन्हें अपने बेटों के समान समझते हैं। वे सत्य बोलने पर बहुत जोर देते हैं। वे कभी झूठ नहीं बोलते। उनका रहन-सहन सादा है। वे पजामा, कमीज तथा ऐनक पहनते हैं।

वे योग्य और परिश्रमी अध्यापक हैं। हमें वे बहुत प्यार से पढ़ाते हैं। वे दण्ड कभी नहीं देते हैं। वे हमें डाँटते भी नहीं हैं। वे हमें हिन्दी और गणित पढ़ाते हैं। स्कूल के सब छात्र उनकी प्रशंसा करते हैं। वे हमारे साथ खेलों में भी भाग लेते हैं। हम भी अपने अध्यापक जी की आज्ञा मानते हैं। हम उनका बहुत सम्मान करते हैं।

10 Lines on My Favourite Teacher in Hindi

10 Lines on Teachers Day in Hindi

My Teacher Essay in Hindi 300 words

मैं माडर्न स्कूल, वसंत विहार में पढ़ता हूँ। मैं छठी कक्षा में पढ़ता हूँ। मेरी कक्षा की अध्यापिका श्रीमती शर्मा हैं। वे हमें बड़े प्यार से पढ़ाती हैं। वे बड़े शान्त स्वभाव की महिला हैं। उन्होंने एम. ए. हिन्दी में किया है। उनकी आयु चालीस वर्ष है। वे हमें हिन्दी और संस्कृत पढ़ाती हैं। वे हमें कभी नहीं मारतीं। वे पाठ को स्वयं पढ़कर तथा श्यामपट पर लिखकर समझाती हैं। कमजोर बच्चों का वे विशेष ध्यान रखती हैं। पाठ समझ न आने पर वे दोबारा समझाती हैं। कभी-कभी वे हमें डाँटतीं भी हैं। हम सब बच्चे उनका बहुत आदर करते हैं।

माता-पिता के बाद अध्यापक ही बालक के जीवन को बनाने वाला होता है। यदि अध्यापक महान हो तो उनका बच्चों पर अच्छा असर पड़ता है। मेरी अध्यापिका एक महान महिला हैं। वे एक धार्मिक विचारों की महिला हैं। वे सब बच्चों को अपने बच्चों के समान प्यार करती हैं। वे हमें अच्छी-अच्छी कहानियाँ सुनाती हैं। सब बच्चे उनकी बातों को बड़े ध्यान से सुनते हैं।

मेरी अध्यापिका स्कूल के पास रहती हैं। वे सदा समय पर स्कूल आती हैं। वे सदा खड़ी होकर हमें पाठ पढ़ाती हैं। वे पढ़ाते-पढ़ाते हमें हँसाती हैं और स्वयं भी हँसती हैं। वे कक्षा के अनुशासन का बहुत ध्यान रखती हैं। हमारे मुख्याध्यापक भी उनका आदर करते हैं।

श्रीमती शर्मा साधारण वस्त्र पहनती हैं। उनके वस्त्र सदा साफ और उजले होते हैं। उनके माथे पर तेज है। उनकी प्रतिभा और विद्वता का प्रभाव हम सब पर पड़ता है। वे एक आकर्षक व्यक्तित्व की स्वामिनी

श्रीमती शर्मा हमें कभी-कभी पिकनिक के लिए किसी उद्यान में या किसी नदी के किनारे ले जाती हैं। वहाँ वे हमारे साथ खेलती हैं। वे हमें माँ का प्यार देती हैं। हम उनको कभी नहीं भूल सकते।

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इस लेख के माध्यम से हमने My Teacher Par Nibandh |  Essay on My Teacher in Hindi का वर्णन किया है और आप यह निबंध नीचे दिए गए विषयों पर भी इस्तेमाल कर सकते है।

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मेरे प्रिय शिक्षक पर निबंध (My Favourite Teacher Essay in Hindi)

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मेरे प्रिय शिक्षक पर निबंध (My Favourite Teacher Essay in Hindi) : शिक्षक हमारे जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। बचपन से ही वे हमारे चरित्र और व्यक्तित्व का निर्माण करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। सबके जीवन मे कोई न कोई प्रिय शिक्षक (My Favourite Teacher Essay in Hindi) होता है। यहां "मेरे प्रिय शिक्षक"(My Favourite Teacher Essay in Hindi) पर कुछ निबंध दिए गए हैं जो छात्र-छात्राओं के लिए अपने प्रिय शिक्षक के बारे में लिखने के कौशल को बढ़ाने के साथ ही निबंध लिखने की क्षमता को भी बढाएंगे।

मेरे प्रिय शिक्षक पर निबंध (My Favourite Teacher Essay in Hindi)

इस लेख में आपको मेरे प्रिय शिक्षक पर निबंध (My Favourite Teacher Essay in Hindi) संक्षिप्त यानी 100 शब्दों में मेरे प्रिय शिक्षक पर निबंध (100 Word Essay On My Favourite Teacher in hindi) के साथ-साथ विस्तृत रूप में भी यानी 200 व 500 शब्दों में मेरे प्रिय शिक्षक पर निबंध (My Favourite Teacher Essay in Hindi) मिल जाएगा।

मेरे प्रिय शिक्षक पर 100 शब्दों का निबंध (100 Word Essay On My Favourite Teacher)

सरिता कौर मेरी प्रिय शिक्षक(My Favourite Teacher Essay in Hindi) हैं। वह छठी कक्षा को सामाजिक विज्ञान पढ़ाती हैं। वह बहुत ही पेशेवर और योग्य शिक्षिका हैं। वह हमेशा मेरी सभी शंकाओं के समाधान में मेरी मदद करती हैं, और यदि मैं कभी उनसे एक से अधिक बार कोई शंका पूछूं, तो भी वह कभी गुस्सा नहीं होती। वह बहुत स्नेहशील और मिलनसार हैं, और इसलिए मेरे कई सहपाठी भी उन्हें अपनी पसंदीदा शिक्षिका मानते हैं।

मैं वास्तव में उनकी कक्षा का आनंद लेता हूं, और वह हमारी कक्षा के प्रत्येक छात्र पर ध्यान देती है। वह बहुत ही संवादात्मक और रचनात्मक तरीके से पढ़ाती हैं। उसकी कक्षाएं बहुत दिलचस्प हैं, और वह उन्हें कभी उबाऊ नहीं बनाती, और इसलिए वह मेरी प्रिय शिक्षिका (My Favourite Teacher Essay) है।

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मेरे प्रिय शिक्षक पर 200 शब्दों का निबंध (200 Word Essay On My Favourite Teacher)

स्कूल हो या कॉलेज लाइफ में हर किसी का कोई न कोई प्रिय शिक्षक (My Favourite Teacher Essay in hindi) होता है। एक शिक्षक जिसकी कक्षाओं में भाग लेने के लिए छात्र उत्सुक रहते हैं। वे बेसब्री से प्रतीक्षा करते हैं और उस एक विशेष शिक्षक की कक्षा कभी नहीं छोड़ते। अनीता शर्मा मेरे लिए वह शिक्षिका हैं। वह मेरी प्रिय शिक्षिका (My Favourite Teacher) हैं। वह हमें इतिहास, भूगोल, अर्थशास्त्र तथा नागरिक शास्त्र पढ़ाती हैं।

अन्य सेक्शन के मेरे अधिकांश सहपाठियों ने शिकायत की कि ये विषय कितने उबाऊ विषय थे। लेकिन वह अपने शिक्षण के अनूठे तरीके का उपयोग करके इन विषयों को आकर्षक बनाती हैं। वह थ्योरी पढ़ाने के लिए कहानियों और चित्रों का उपयोग करती है। उनकी कक्षाएं आनंददायक और आकर्षक होती हैं। वह अपनी कक्षा में पहली बेंच से लेकर आखिरी बेंच तक सब पर नज़र रखती है।

वह उन शिक्षकों में से एक हैं जो जब भी हम संदेह में फंसते हैं तो हमारा मार्गदर्शन करती हैं। उन्होंनें एक सोशल मीडिया ग्रुप भी बनाया है ताकि हम उनसे संपर्क कर सकें खासकर जब हमें कोई संदेह हो। जब भी मुझे सामाजिक विज्ञान में कुछ भी समझ में नहीं आता है, तो मैं उनसे ग्रुप में पूछता हूं, और वह तुरंत जवाब देती है, मेरी शंकाओं को मिनटों में हल करती है। वह उन छात्रों के साथ हमेशा सौम्य और शांत रहती हैं जो मूलभूत सिद्धांतों को नहीं समझते हैं। वह विभिन्न तकनीकों का उपयोग करके उसे समझाने की कोशिश करती है, लेकिन उनकी भाषा में कभी भी थोड़ी सी भी हताशा या गुस्सा नहीं होता है। वह शायद ही कभी किसी छात्र को डाँटती है, और उन्होंने कभी किसी को नहीं मारा। इन सब वजहों ने वह मेरी शिक्षक बन गई।

महत्वपूर्ण लेख :

  • बिहार बोर्ड 10वीं टाईमटेबल देखें
  • छत्तीसगढ़ बोर्ड 10वीं टाइम टेबल
  • एमपी बोर्ड 10वीं टाईमटेबल देखें
  • एमपी बोर्ड 12वीं टाईमटेबल देखें

मेरे प्रिय शिक्षक पर 500 शब्दों का निबंध (500 Word Essay On My Favourite Teacher)

मैं अपनी कक्षा में कभी भी पढ़ाई मे अच्छा छात्र नहीं था, मैं अन्य विषयों से प्यार करता था, लेकिन गणित हमेशा मेरा कमजोर विषय रहा। लेकिन यह सब नौवीं कक्षा में बदल गया जब अनिरुद्ध कुमार सर हमारे गणित के शिक्षक बन गए। अपनी पहली कक्षा में ही, उन्होंने धीरे और बहुत ही शांत तरीके से अपना परिचय दिया और प्रत्येक छात्र के पास जाकर उनकी हॉबी और पसंदीदा विषयों के बारे में पूछा। जब उन्होंने मुझसे पूछा, तो मैंने अचानक कहा, "मुझे गणित पसंद नहीं है और इतिहास मेरा पसंदीदा विषय है।"

इस बात से मेरी कक्षा पूरी तरह से स्तब्ध हो गई। मुझे डर था कि वह मेरे उत्तर पर गलत प्रतिक्रिया देंगे, लेकिन वह मुस्कुरायें और कहा, "हम इस साल के अंत तक इसे बदल देंगे।"

अब मैं 12वीं कक्षा में हूँ, और उन्होंनें वास्तव में मेरा पसंदीदा विषय बदल दिया। उनके ही कारण मुझे गणित पसंद है। वह मेरे प्रिय शिक्षक हैं और हमेशा रहेंगे। उन्होंने अपने छात्रों को इस तरह से पढ़ाया है, जैसा किसी अन्य शिक्षक ने नहीं किया है। इतना ही नहीं, बल्कि उन्होंने कभी भी किसी भी गलत काम को करने के लिए किसी को डांटा नहीं। इसके अलावा, वह हमेशा बहुत धैर्यवान और स्नेहशील रहे। मेरे सहित कक्षा के सबसे कमजोर छात्र भी धीरे-धीरे उसकी वजह से परीक्षा में सुधार कर रहे थे।

पढ़ाने का तरीका : उन्होंने हमें कठिन गणित के फॉर्मूले सीखने के लिए मज़ेदार और आकर्षक राइमिंग ट्रिक्स का इस्तेमाल किया। उनकी उपस्थिति में हमें कभी कोई परेशानी या भय महसूस नहीं हुआ; उन्होंने अकेले ही क्लास को एक खुशमिजाज और मजेदार जगह में बदल दिया। मेरे जीवन में ऐसे दिन आ गए थे जब मैं रविवार को सोमवार की प्रतीक्षा करता था, ताकि गणित की कक्षा ले सकूँ। जब भी मैं भ्रमित होता या किसी समस्या से परेशान होता - चाहे वे गणित का प्रश्न हो या अपने करियर को चुनने की समस्या, मैं हमेशा उनके पास जाता, और उन्होंने मेरी सभी समस्याओं को तुरंत हल कर दिया। यहां तक कि मेरे सहपाठी भी उनकी मदद लेते थे और प्यार से उन्हें काउंसलर सर कहते थे।

शिक्षक दिवस पर, उन्होंने सर्वश्रेष्ठ शिक्षक का पुरस्कार भी जीता। उन्हें वोट के माध्यम से चुना गया था। मुझे उस दिन एहसास हुआ कि अनिरुद्ध सर बहुत छात्रो के प्रिय शिक्षक(My Favourite Teacher) हैं। मुझे उनके लिए बहुत गर्व और खुशी महसूस हुई।

छात्रों के लिए प्रेरणा : वे कई सामाजिक गतिविधियों में भी शामिल रहते है। वह शाम को गरीब बच्चों को मुफ्त में पढ़ाते थे। वह कई एनजीओ से जुड़े हुए थे और सप्ताहांत में झुग्गी-झोपड़ियों में वंचित बच्चों को पढ़ाने जाते थे। मुझे याद है एक बार वह हमारी पूरी क्लास को स्लम एरिया में ले गए थे। मैं विस्मय से भर गया जब मैंने उन्हे वहाँ बच्चों को उसी जोश के साथ पढ़ाते हुए देखा जैसे वह हमें स्कूल में पढ़ाते थे। यही वह क्षण था जब वह मेरे प्रिय शिक्षक बन गए।

मेरे जीवन पर प्रभाव : मैंने अपनी कक्षा 9 में गणित में सर्वाधिक अंक प्राप्त किए। उन्होंने मुझमें गणित पढ़ने के लिए रुचि उत्पन्न की। उन्होंने नीरस और उबाऊ विषय को ऐसी चीज में बदल दिया जो मुझे सिर्फ मनोरंजन के लिए करना पसंद है। मैंने अपनी कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षा में भी पूर्ण अंक प्राप्त किए। मैंने उनसे फोन पर बात की और उन्हें धन्यवाद दिया। इतने जुनून के साथ पढ़ाने के लिए मेरे भीतर का छात्र हमेशा उनका आभारी रहेगा। मैं आज जो कुछ भी हूं, उसे बनाने में उनका बहुत बड़ा योगदान है।

कॉलेज के दिनों में विभाग की विभागाध्यक्ष दविंदर कौर उप्पल मैम मेरी प्रिय शिक्षक रहीं। मैम से मेरी पहली बातचीत विश्वविद्यालय में एडमिशन से पहले इंटरव्यू के दौरान हुई। उस इंटरव्यू में लगभग 20 मिनट तक पैनल के लोगों के साथ उन्होंने मुझसे बात की थी। सबसे पहले सहज किया था कि यह कोई इंटरव्यू नहीं है यह एक बातचीत है। एक बार मुझे फीस जमा करने में देरी हो गई। उन्होंने बुला कर मुझसे वजह पूछा और वजह जानने के बाद फीस में छूट दिलाई और बाद में स्कॉलरशिप का फॉर्म भरवा कर छात्रवृत्ति भी दिलवाया। ग्रामीण पृष्ठभूमि के स्टूडेंट्स का हमेशा समर्थन किया। छात्राओं को हमेशा आगे बढ़ाने की कोशिश करतीं। खुद क्लास में आने से पहले पूरे नोट्स बनाकर आती थी और पॉइंट वाइज पढ़ाती थी और स्टूडेंट्स अच्छे से समझ पाते थे। वह एक अनुशासन प्रिय महिला थी और सख्त प्रशासक भी।

इन्हें भी देखें

  • सीबीएसई क्लास 10वीं सैंपल पेपर
  • यूके बोर्ड 10वीं डेट शीट
  • यूपी बोर्ड 10वीं एडमिट कार्ड
  • आरबीएसई 10वीं का सिलेबस

विद्यार्थियों से कक्षा में मेरे प्रिय शिक्षक पर निबंध लिखने काे कहा जाता है। आप अपने शिक्षक की विशेषता बता सकते हैं। उनके बारे में बता कर निबंध की शुरुआत कर सकते हैं। यहां एक नमूना निबंध दिया गया है जिससे आपको निबंध लिखने में मदद मिलेगी।

मेरे प्रिय शिक्षक पर निबंध का नमूना

सारण जिले के जनता बाजार के शिक्षक कामेश्वर राय करीब चार दशक तक कोचिंग और स्कूल के माध्यम से छात्र-छात्राओं से जुड़े रहे। आसपास के करीब 12 पंचायत के बच्चे उनके यहां पढ़ने आते।

उनकी खासियत थी समय पर सिलेबस पूरा करते थे। कई बार रिवीजन करा देते थे। उन्हीं चीजों को पढ़ाते थे जो परीक्षा में आना हो। जो जानना जरूरी हो। वे इधर-उधर की बातों में विद्यार्थियों का समय जाया नहीं करते थे। समय के पाबंद रहे। यदि क्लास सुबह 5:00 बजे से शुरू होनी हो तो ठीक 5:00 बजे शुरू हो जाती थी। उसके पहले वे नहाकर पूजाकर तैयार रहते। चाय पान के हमेशा शौकीन रहे।

मुझे याद है 1998 में बिहार बोर्ड की परीक्षा में जिस बैच में हम लोग थे, उसके 1 साल पहले बहुत कड़ाई से परीक्षा हुई थी और बहुत कम बच्चे पास हुए थे। जाहिर है कि उसके अगले साल वाले बच्चों ने अधिक मेहनत की। हम लोग भी उसी में शामिल थे। उनके कोचिंग में उस साल पहली बार 13 बच्चों का फर्स्ट डिवीजन रिजल्ट आया था और मास्टर साहब ने तय किया था कि रिजल्ट अच्छा रहा तो बाबा धाम जाएंगे। सचमुच रिजल्ट अच्छा रहा और वह उस साल से बाबा धाम जाने लगे।

वे अपने संस्थान में सरस्वती पूजा बड़े धूमधाम से करते थे। बड़ा पंडाल, बड़ी सी मूर्ति सजती और सभी बच्चे खूब उत्साह से भाग लेते थे। चार या पांच दिवसीय आयोजन में रंगारंग कार्यक्रम होता था और जिस दौर में भारी भीड़ जुटती थी, उस दौर में लोगों को पूजा का इंतजार रहता था। हजारों लोग देर रात तक दूर-दूर के गांव से आकर रंगारंग कार्यक्रम देखते थे।

90 के दशक में वे मैदान पर उतने ही एक्टिव थे, जितना पढ़ाने में। हर दिन शाम को बच्चों के साथ फुटबॉल मैच खेलने जाते। कभी वॉलीबॉल में भी वे उतनी ही शिद्दत से हिस्सा लेते तो कभी क्रिकेट में भी।

तब के दौर में हर साल ठंड के दिनों में भव्य फुटबॉल मैच का आयोजन हुआ करता था। उसमें अलग-अलग गांव, शहर की टीमें हिस्सा लेती थी। जनता बाजार हाई स्कूल मैदान में होने वाले फुटबॉल मैच में 10,000 से अधिक लोगों की भीड़ जुटती थी। भुजा का, मूंगफली का ठेला लगा रहता, पापड़ वाले घूम घूम के दर्शकों में पापड़ बेचा करते थे। उसमें खिलाड़ियों जैसी फिटनेस वाले मास्टर साहब बिजली की फुर्ती से खिलाड़ियों से अधिक तेज मैदान में रेफरी की भूमिका में दौड़ लगाते थे। और उनका साथ देते थे जापानी मास्टर।

वह अपने कैरियर के उत्तरार्ध में सरकारी स्कूल में शिक्षक बने। प्रधानाचार्य पद से रिटायर हुए। सामाजिक कार्यों में भी उनकी एक अलग प्रतिष्ठा रही। हर आयोजन में शरीक होते। थाना से लेकर नेताओं तक में उनकी अच्छी पैठ हमेशा रही। लोकसभा चुनाव में शुरुआती दौर में वे अपने प्रत्याशियों के समर्थन में खूब एक्टिव रहते। बाद में लोकसभा और विधानसभा चुनाव में जिस भी प्रत्याशी से उनका नजदीकी रिश्ता रहा वे उससे बहुत करीबी रूप से जुड़े रहे।

बच्चों की मदद करने में भी मास्टर साहब आगे रहते थे। मुझे आज याद आ रहा है कि मैं बाइक चलाना सीखना चाहता था। बाइक मेरे पास नहीं थी। उनके पास एक राजदूत था। उनसे बस यही कहा था कि सर बाइक सीखना चाहता हूं। वे तुरंत तैयार हुए। बोले- चलो सिखाते हैं और वह खुद ले कर चल दिए। मैं उन्हीं के बाइक पर बाइक चलाना सीखा।

मैंने कभी भी उनको बच्चों से ट्यूशन फी के लिए तगादा करते हुए नहीं देखा। जो जितना दे दे, रख लेते थे। क्षेत्र के हजारों विद्यार्थियों को उन्होंने काबिल बनाया। आजीवन जनता बाजार के एक कुटिया में उन्होंने जीवन गुजार दिया।

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शिक्षक पर निबंध

Essay On Teacher In Hindi : आज के आर्टिकल में हम यहां पर शिक्षक पर निबंध शेयर कर रहे है। शिक्षक का दर्जा जीवन में सबसे उच्चा होता है। आज के आर्टिकल में आपको Essay On Teacher In Hindi के बारे में जानकारी दी जाएगी।

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शिक्षक पर निबंध | Essay On Teacher In Hindi

शिक्षक पर निबंध (250 word).

विद्यार्थी जीवन में शिक्षक का अहम किरदार होता है। अध्यापक एक दीपक के समान होता है, जो खुद जल जाता है लेकिन विद्यार्थियों के भविष्य को पूरी तरह से उज्जवल कर देता है। अध्यापक के बिना हर इंसान की जिंदगी अधूरी है क्योंकि अध्यापक के माध्यम से जो सीखने को मिलता है वह कहीं पर नहीं मिल सकता। शुरुआत के दिनों में हमारी मां अध्यापक के समान होती है, जो हमें छोटी-छोटी बातें सिखाती है और उसके पश्चात हम स्कूल में अध्यापकों से मुलाकात करते हैं।

अध्यापक के रूप में मां का किरदार भी बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण है। मां को प्राथमिक शिक्षक भी कहा जाता है क्योंकि बच्चे को सबसे पहले शिक्षा मां के जरिए ही मिलना शुरू होती है। मेरे शिक्षक की बात करूं तो मेरी पहली शिक्षक मेरी मां है और उसके पश्चात जब से मैंने स्कूल जॉइन किया तब से हर शिक्षक के साथ मेरा अटूट संबंध रहा है।

आज भी जब मैं उनसे मिलता हूं, तो मुझे बहुत खुशी होती है। मेरे शिक्षक ने मुझे जिंदगी के बारे में बहुत महत्वपूर्ण बातें सिखाई है, जिसके लिए में आज भी उनका ऋणी हूं। शिक्षक के द्वारा हमें जो ज्ञान दिया गया है, जिसको हम किसी भी कीमत पर नहीं चुका सकते हैं। शिक्षकों को ज्ञान का भंडार भी कहा जाता है।

शिक्षक पर निबंध (600 Word)

शिष्य के मन में सीखने की इच्छा जागृत करने वाला और शिक्षा देने वाला शिक्षक कहलाता है। शिक्षक बालक के भविष्य का निर्माता होता है। शिक्षक वह पथ प्रदर्शक है, जो किताबी ज्ञान ही नहीं बल्कि जीवन जीने की कला भी सिखाता है। शिक्षकों का कार्य बहुत ही कठिन और महत्वपूर्ण होता है। एक अच्छे शिक्षक का मिलना दुर्लभ है। गुरु ही नई पीढ़ी को सही मार्गदर्शन देकर समाज और देश के लिए एक आदर्श नागरिक तैयार करता है।

शिक्षक राष्ट्र की संस्कृति के चतुर माली होते हैं। यह संस्कारों की जड़ों में खाद देता हैं और अपने श्रम से सींच कर उन्हें शक्ति में परिवर्तित करते हैं। राष्ट्र के वास्तविक निर्माता उस देश के शिक्षक होते हैं। किसी राष्ट्र का मूर्त रूप वहां के नागरिक होते हैं। शिक्षक का कार्य अच्छी शिक्षा देकर राष्ट्र को अच्छे नागरिक प्रदान करना होता है।

शिक्षक का महत्व

अनादि काल से ही गुरु के द्वारा दिये गये ज्ञान के कारण गुरु का गुणगान किया गया है। ऐसे ही ज्ञानी गुरुओं के कारण भारत को जगतगुरु कहलाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षक महत्वपूर्ण घटक होते हैं। शिक्षा को लेकर समाज ने जो उद्देश्य इच्छाएं रखी होती है। उन सब की पूर्ति मैं शिक्षक की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। शिक्षक का दायित्व भगवान जैसा होता है। वह समाज और राष्ट्र के उद्देश्यों की पूर्ति करता है। शिक्षा प्रणाली कोई भी और कैसी भी हो, उसकी सफलता शिक्षक पर निर्भर करती है। बालक के मानसिक विकास में शिक्षक की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। निपुण शिक्षक अपनी शिक्षण शैली से नागरिकों में राष्ट्रीयता की भावना जागृत करता है।

शिक्षा वह प्रणाली है, जो बालक के आंतरिक गुण व शक्तियों को प्रदर्शित करती है । एक कुशल शिक्षक वही होता है, जो बालक के आंतरिक गुणों व शक्तियों को पहचान कर उसे विकसित कर सकता है और यह अच्छे शिक्षक बिना संभव नहीं। मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। उसे समाज के अनुकूल बनाने का दायित्व शिक्षक का होता है। शिक्षक ही व्यक्ति को उसके सामाजिक मूल्यों व आदर्श से अवगत करवाता है। उसे अपने आदर्शों मूल्यों कर्तव्यों का निर्वहन किस प्रकार करना है, यह शिक्षक ही बताता है।

शिक्षक के कार्य

शिक्षक का महत्व पूर्ण कार्य व्यक्ति के आंतरिक गुणों का विकास करना, अच्छे नागरिक का निर्माण करना, मूल प्रवृत्तियों पर नियंत्रण करना ,अच्छे भविष्य का निर्माण करना, चरित्र निर्माण करना,आदर्श नागरिक के गुणों को विकसित करना, राष्ट्रीय भावनाओं का संचार करना, स्वयं की राष्ट्रीय संस्कृति व गौरव से परिचित करवाना,उद्देश्य पूर्ण शिक्षा से सुंदर भविष्य और समाज का निर्माण करना।

मार्गदर्शक, गुरु होने के साथ-साथ शिक्षक हमारे जीवन में कई महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जो हमारे जीवन में बहुत ही मददगार साबित होती है। वे लोग सौभाग्यशाली होते है, जिनको अच्छा शिक्षक मिलता है। एक शिक्षक का मुख्य कार्य शिक्षा देना होता हैं। वह अपने छात्रों को अच्छे तरीके से सिखाने की कोशिश करता है। शैक्षणिक ज्ञान देने के साथ-साथ वह व्यक्ति को नैतिक ज्ञान भी देता है। एक बेहतर व्यक्ति अच्छा नागरिक बनने की प्रेरणा शिक्षक से ही प्राप्त होती है।

शिक्षक और शिष्य का रिश्ता

एक शिक्षक और शिष्य का रिश्ता सुंदर व महत्वपूर्ण होता है। वेदों में भी गुरु की महिमा का गुणगान गाया गया है। गुरू ब्रह्मा गुरू विष्णु, गुरु देवो महेश्वरा गुरु साक्षात परब्रह्म, तस्मै श्री गुरुवे नम:। इस श्लोक का शाब्दिक अर्थ होता है, गुरु ही ब्रह्मा, गुरु ही विष्णु है, गुरु ही शंकर है, गुरूही परमब्रह्म है और सद्गुरु को प्रणाम। भारत में शिक्षकों का सम्मान करने के लिए 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है।

इस दिन भारत के दूसरे राष्ट्रपति व आदर्श शिक्षक डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म दिवस होता है। इस दिन संपूर्ण भारत में श्रेष्ठ शिक्षकों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाता है। हर काम आसान हो जाता है, जब श्रेष्ठ शिक्षक का सानिध्य मिलता है। फिर कितने भी आए जीवन में उतार-चढ़ाव, शिक्षक के चरणों में ही ठहराव मिलता है।

किसी ने कहा है कि, “सब धरती कागज करूं लिखनी सब बनराय सात समंदर की मसि करूं गुरु गुण लिखा न जाय” बच्चे अपने माता-पिता के पश्चात सबसे अधिक विश्वास अपने गुरु पर करते हैं। गुरु द्वारा कहे गए शब्द उनके मन में घर कर लेते हैं। इसीलिए अध्यापकों को अपना ज्ञान सदैव बांटते रहना चाहिए। शिक्षक के पास ही वह कला है, जो मिट्टी को सोने में बदल सकती है।

शिक्षक का मेरे जीवन में महत्व

अंत में शिक्षक को समर्पित कुछ शब्द कहना चाह्ता हूँ कि, “आपने बनाया है इस योग्य कि, प्राप्त करूं अपना लक्ष्य दिया है आपने हर समय सहारा, जब जब मुझे लगा कि अब मैं हारा”। जिस प्रकार औरत बालक को जन्म व शिक्षा देकर उसे अच्छा इंसान बनाती हैं, उसी प्रकार गुरु से अच्छी शिक्षा लेकर अच्छा नागरिक बनता है। जिस प्रकार मां बालक को जन्म देती है, उसी प्रकार शिक्षक उसे उचित शिक्षा व मार्गदर्शन देकर उसके सुंदर व उज्जवल भविष्य का निर्माण करता है। परिवार बालक की प्रथम पाठशाला होती है। माता उसकी प्रथम शिक्षिका होती है और उसके पश्चात शिक्षक ही उसके मार्गदर्शक होते हैं।

शिक्षक के रूप में किरदार निभाने वाला आदमी भगवान होता है और वह प्रसाद रूपी ज्ञान बांटता है। हमें इस ज्ञान का अपने जीवन में उपयोग करना चाहिए। भगवान के प्रसाद को कभी मना नहीं कर सकते और उसी प्रकार से शिक्षक द्वारा दिया गया ज्ञान यदि हम नहीं लेते हैं, तो हम आगे नहीं बढ़ सकते। शिक्षक एक ऐसा महात्मा है, जिसके पास ज्ञान का समुंदर भरा होता है।

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Essay on My Teacher (मेरे अध्यापक पर निबंध)

Essay on my teacher ( मेरे अध्यापक पर निबंध ).

Let’s start the Essay on My Teacher.. ..

Outlines of the Essay

  • Introduction ( परिचय )
  • My Favourite Teacher ( मेरे पसंदीदा शिक्षक )
  • Her values ( उनका महत्व )
  • My teacher’s best things (मेरे अध्यापक की सबसे अच्छी बातें)

Conclusion of the Essay ( निबंध का निष्कर्ष )

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Introduction   ( परिचय )

It’s said, there’s no knowledge, no wisdom without your guru . There are books all around the world, we can easily have access to them, but the way and things that a teacher brings closer to our prism of perspective are way too far to compare with anything.

कहा जाता है कि बिना गुरु के किसी ज्ञान, किसी बुद्धिमता का कोई अस्तित्व नहीं होता है। दुनिया भर में हर जगह किताबें उपलब्ध हैं, हम आसानी से उन्हें पा सकते हैं, लेकिन एक अध्यापक जिस तरह से विचारों को हमारे सोचने- समझने के तरीके के सामने रखते हैं, वह अतुलनीय होता है।

Teachers enlighten our minds, closely associated with us remind us of things we could do with our lives, books and potentials. We might read out a thing from the book and completely understand it but that doesn’t suffice the presence of a teacher. We all require someone to guide.

अध्यापक हमारे दिमाग को तेज करते हैं। वे हमारे साथ रहकर हमें उन लक्ष्यों की याद दिलाते हैं जिन्हें हम अपने जीवन, पुस्तकों और क्षमताओं के सहारे पा सकते हैं। हम पुस्तक से किसी चीज़ को तो पढ़ सकते हैं और इसे पूरी तरह से समझ सकते हैं लेकिन एक अध्यापक की मौजूदगी को पूरा नहीं कर सकते है। हम सभी को किसी न किसी के मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है।

My Favourite Teacher ( मेरे पसंदीदा अध्यापक )

I have various teachers in school, different teachers for every subject. I like all of them, all of them have a different way of teaching, talking, checking our notebooks and dealing with the subject. There are times I’m scared of telling people that I don’t get a few concepts in Mathematics, but I’m glad that I can go up to my teacher of Maths. He’s a nice person and tells me Maths is a tricky subject, but if I get the trick It would become easier.

मेरे स्कूल में कई अध्यापक हैं, विभिन्न विषयों के लिए विभिन्न अध्यापक हैं। मुझे वे सभी पसंद हैं, उन सभी के पढ़ाने, बातचीत करने, हमारी नोटबुक को चेक करने और किसी विषय के बारे में समझाने का एक अलग तरीका है। कई बार मैं लोगों को यह बताने से डरता हूं कि मुझे गणित (मैथ्स) की कुछ अवधारणाएं (कॉन्सेप्ट्स) नहीं आते, लेकिन मुझे खुशी है कि मैं इसके बारे में जानने के लिए अपने मैथ्स के टीचर के पास जा सकता हूँ। वह एक अच्छे इंसान है और मुझे बताते हैं कि मैथ्स एक ट्रिकी विषय है, लेकिन अगर ट्रिक को समझ लिया जाए तो ये आसान लगने लगेगा।

Out of all the teachers, I like my English teacher the most. Her name is Divya. She is a new teacher in our school. She says, she has taught in many other schools of the city as well. She has come across various work cultures, new students, new people, new school buildings etc. She admits that she loves teaching and doesn’t regret to choose this profession, this is the only thing that doesn’t bore her.

सभी अध्यापकों में से, मुझे अपनी इंग्लिश की अध्यापक सबसे अधिक पसंद हैं। उनका नाम दिव्या है। वह हमारे स्कूल के लिए एक नई अध्यापक है, वह कहती हैं कि उन्होंने शहर के कई अन्य स्कूलों में भी पढ़ाया है, उनका विभिन्न प्रकार की संस्कृतियों, नए स्टूडेंस, नए लोग, नए स्कूल बिल्डिंग आदि से मिलना हुआ है।वह स्वीकार करती है कि उन्हें पढ़ाना बहुत पंसद है और इस पेशे को चुनने के लिए पछतावा नहीं करती है, यह एकमात्र ऐसी चीज है जो उन्हें बोर नहीं करती है।

She comes up with new poems even out of our texts and explains them to us in great detail. She has got a great sense of humour. She plays games with us in the free period, she is very friendly and doesn’t let the teacher-student relationship barrier hurt the students.

यहाँ तक कि वह हमारे पाठ्यक्रम के बाहर से भी नई कविताओं को लेकर आती हैं और उन्हें हमें विस्तार से समझाती हैं। उनका सेंस ऑफ ह्यूमर बहुत अच्छा है। वह खाली समय में हमारे साथ गेम खेलती हैं, वह बहुत ही मिलनसार हैं और वह शिक्षक और विधार्थी के बीच की दूरी को बनाकर भी हमें सहज महसूस कराती हैं।

Her Nature ( उनका स्वभाव )

She’s very humble, friendly and interactive and that’s why everyone likes her. She accepts all of us with our imperfections as well, with our grammatical mistakes and spelling errors. She’s very open to new opinions and recommendations.

वह बहुत ही विनम्र, मिलनसार, विचार-विमर्श करने वाली (इंटरैक्टिव) हैं और इसी वजह से हर कोई उन्हें पंसद करता है। वह हमें हमारी सभी कमियों के बावजूद स्वीकार करती हैं, ग्रामर की गलतियाँ हों या फिर स्पेलिंग मिस्टेकस । वह नए विचारों और सुझावों का खुले दिल से स्वागत करती हैं।

She says, she has been an ardent reader since school and encourages us to do the same. She tells us that she wants to study more so that she can engage more in teaching and she could then come up with more diverse and better ideas. She says that Education is the most golden tool of growth and encourages us to learn as much as we can, from all the possible sources possible.

वह कहती हैं कि अपने स्कूल के समय से ही वह एक उत्साही पाठक (पढ़ने वाली) रही हैं और हमें भी ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित करती हैं। वह हमें बताती हैं कि वह और अधिक पढ़ाई करना चाहती है ताकि टीचिंग के क्षेत्र में और अधिक काम कर सके और फिर ज्यादा विविधता और बेहतर विचारों के साथ पढ़ा सके। वह कहती हैं कि ‘शिक्षा’ विकास के लिए सबसे सुनहरा साधन है और यह हमें सभी मुमकिन स्रोतों (सोर्सज) से जितना संभव हो सके उतना सीखने के लिए प्रोत्साहित करता है।

My Teacher’s best things ( मेरे अध्यापक की सबसे अच्छी बातें )

My Teacher’s best thing is her teaching style, her elegance, her interactivity, her openness to new ideas or thoughts. There are many other great things about her, I’m lucky having found her.

मेरे अध्यापक की सबसे अच्छी चीज है उनके पढ़ाने का तरीका, उनकी शिष्टता, उनके बातचीत करने का तरीका, नई सोच और विचारों के प्रति उनका खुलापन। उसके बारे में कई अन्य अच्छी चीजें हैं, मैं उनका साथ पाकर भाग्यशाली समझता हूँ।

A teacher has very influential energy to pass with his/her students. Students are generally imitative, they imitate what their teachers do, we similarly follow our teachers’ ideas and paths. They’re true path guiders, their role is very crucial to one’s development and becoming one individual.

एक अध्यापक के पास अपने स्टूडेंटस को देने के लिए बहुत प्रभावशाली ऊर्जा होती है। स्टूडेंट सामान्यतः अनुसरण करने वाले होते हैं, उनके अध्यापक जो भी करते हैं वे उसका अनुसरण करते हैं, हम भी बिल्कुल इसी तरह अपने शिक्षक के विचारों और रास्तों पर चलते हैं। वे सच्चे पथ प्रदर्शक होते हैं, उनकी भूमिका हमारे विकास में और हमारे व्यक्तित्व को बनाने में अति महत्वपूर्ण होती है।

I hope, you like this Essay on My Teacher.

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14 thoughts on “Essay on My Teacher (मेरे अध्यापक पर निबंध)”

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You are my favorite teacher in my life so far i have never seen a teacher like you in my hole life who is completely devoted to her childern even though i have no met you but i consider you my ideal i have got a lot to learn from your video sir i don’t have word to express thanks to you love you sir Amit Negi From Uttrakhand

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आपका आर्टिकल पढ़कर मुझे बहुत अच्छा लगा. में अक्सर आपके ब्लॉग के न्यू आर्टिकल्स पढ़ती हूं जिससे मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला. आपके सभी आर्टिकल से टॉपिक को पूरी तरह से समझने की पूर्ण क्षमता होती है. आप इसी तरह से हमें अपना ज्ञान देते रहे इसके लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद.

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Dear Shivanee, Thank you so much for your kind words. As well, I personally checked your blogs (essays & history); you are doing a great job. Keep it up. All the best! – Aditya

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Thank you for your help ? I am So happy from Work ?……. Again Thank you So much ?

Thank you for your Help…… I am So happy from your Work….!!!!! Your Essay Reminds me of my English Teacher ………. Thank you So much ??

Anushka Chaudhary From Uttar Pradesh, India

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very nice essay .. thanks for sharing

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This is great for me I am class 8 student

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Bhot achcha

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Thank you sir

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शिक्षक पर निबंध-Essay On Teacher In Hindi

शिक्षक पर निबंध (essay on teacher in hindi) :.

teacher par essay in hindi

भूमिका : शिक्षक भगवान द्वारा दिया गया एक सुंदर उपहार होता है। एक शिक्षक भगवान की तरह होता है क्योंकि भगवान पूरे संसार का निर्माता होता है और एक शिक्षक अच्छे राष्ट्र का निर्माता होता है। एक विद्यार्थी के जीवन में शिक्षक एक ऐसा महत्वपूर्ण प्राणी होता है जो अपने ज्ञान, धैर्य, प्यार और देख-भाल से उसके पूरे जीवन को एक मजबूत आकार देता है।

एक शिक्षक के पास बहुत सारे गुण होते हैं। वह अपने विद्यार्थी के जीवन को सफल बनाने में हर प्रकार से दक्ष होता है। एक शिक्षक बहुत समझदार होता है। एक शिक्षक को यह पता होता है कि विद्यार्थी का मन पढाई में कैसे लगाते हैं। पढाई के दौरान एक शिक्षक रचनात्मकता का इस्तेमाल करता है जिससे विद्यार्थी एकाग्र हो सके।

एक शिक्षक ज्ञान का भंडार होता है और उसके पास धैर्य और विश्वास होता है जो विद्यार्थियों के भविष्य की जिम्मेदारी लेता है। शिक्षक का उद्देश्य केवल अपने विद्यार्थियों को सफल और खुश देखना होता है। शिक्षक समाज में बहुत प्रतिष्ठित लोग होते हैं जो अपनी शिक्षा के जादू के माध्यम से आम लोगों की जीवन शैली और दिमागी स्तर को बढ़ाने की जिम्मेदारी लेते हैं।

अपने बच्चों के लिए माता-पिता एक शिक्षक से बहुत उम्मीदें करते हैं। एक शिक्षक की भूमिका कक्षा से लेकर खेल तक सभी छात्रों के लिए बदलती रहती है। हर किसी के जीवन में शिक्षक एक महत्वपूर्ण प्राणी होता है जो हमारे जीवन में अलग-अलग कार्य करता हुआ प्रतीत होता है।

शिक्षक का महत्व : एक शिक्षक का सिर्फ विद्यार्थी जीवन में ही नहीं बल्कि हर क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण स्थान और महत्व होता है। शिक्षक के पास सभी गुण होते हैं जिन्हें वह अपने विद्यार्थियों में बाँट देता है। शिक्षक को पता होता है कि सबके पास ग्रहण करने की एक सी क्षमता नहीं होती है इसलिए एक शिक्षक अपने प्रत्येक छात्र की क्षमता का अवलोकन करता है और उसी के अनुसार वह बच्चे को शिक्षा ग्रहण करने में मदद करता है।

एक शिक्षक ज्ञान, स्मृद्धि और प्रकाश का बड़ा स्त्रोत होता है जिससे जीवन भर के लिए लाभ प्राप्त किया जा सकता है। हर शिक्षक अपने विद्यार्थी को उनका रास्ता चुनने में मदद करते हैं। शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षक एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। एक शिक्षक ही होता है जो अपने विद्यार्थी को बड़ों का आदर और सम्मान करना सिखाता है।

वह अपने विद्यार्थी को उचित-अनुचित, धर्म-अधर्म, मान-अपमान के बीच के भेद को स्पष्ट रूप से समझाता है। एक शिक्षक ही अपने विद्यार्थी को ज्ञान, कौशल और सकारात्मक व्यवहार से सज्जित करते हैं जिसकी वजह से विद्यार्थी कभी भी कुछ खोया हुआ महसूस नहीं करते हैं।

वह उन्हें समय के सदुपयोग, समय के नियम और समय की पाबंदी के बारे में ज्ञान कराता है। वो अपने विद्यार्थियों को शिक्षा के लक्ष्य के बारे में हमेशा समझाते रहते हैं। एक अच्छा शिक्षक ही अपने विद्यार्थियों पर एक अच्छा प्रभाव छोड़ता है। जब कोई भी विद्यार्थी गलती करता है तो शिक्षक उसे इसका सबक सिखाते हैं और उसकी गलती का भी एहसास दिलाते हैं।

एक शिक्षक ही उन्हें होने वाली बिमारियों से बचने के अच्छे तरीके बता सकता है और उन्हें बिमारियों से बचाने के लिए प्रयास भी करता है। एक शिक्षक हमें साफ सुथरे वस्त्र पहनने, स्वस्थ खाना खाने, गलत भोजन से दूर रहने, अपने माता-पिता का ध्यान रखने, दूसरों से अच्छा व्यवहार करने और अपना कार्य पूर्ण करने के महत्व को समझाता है।

बच्चे का भविष्य और वर्तमान दोनों ही एक शिक्षक बनाता है। जीवन भर अच्छे विद्यार्थियों का निर्माण करके वह एक अच्छे समाज को भी बढ़ावा देता है। एक शिक्षक को ही पता होता है कि उसका छात्र किस प्रकार की संगति में रहता है और किस प्रकार की संगति को धारण करता है।

शिक्षक की लोकप्रियता का कारण : एक शिक्षक बिना किसी स्वार्थ के हमें सफलता का रास्ता दिखाता है। शिक्षक एक अच्छे व्यवहार और नैतिकता के व्यक्ति के लिए बहुत अच्छी तरह से विद्यार्थी को शिक्षित करते हैं। शिक्षक विद्यार्थी को अकादमिक रूप से बेहतरीन बनाते हैं और जीवन में हमेशा अच्छा करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।

एक शिक्षक कभी भी अपने अच्छे और बुरे विद्यार्थियों में भेदभाव नहीं करता उसके लिए सभी विद्यार्थी एक समान होते हैं। एक शिक्षक अपने प्रयासों से कमजोर बच्चे को भी समझदार बना देता है और उसे प्रगति के मार्ग पर ले आता है। एक महान शिक्षक अपने विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए अपना पूरा जीवन व्यतीत कर देता है।

जो छात्र दूसरे छात्रों से अलग होते हैं वो उन्हें अलग प्रकार से समझाते हैं जिससे वे भी शिक्षा ग्रहण कर सकें। एक शिक्षक निस्वार्थ भाव से अपने प्रत्येक छात्र को शिक्षा देता है और उससे अपने जीवन में प्रगति करने के योग्य बनाता है। उनके समर्पित कार्य की तुलना किसी अन्य कार्य से नहीं की जा सकती है।

एक अच्छा शिक्षक ही अपने सभी विद्यार्थियों का ध्यान रखता है। एक अच्छा शिक्षक ही अपने विद्यार्थियों के खाने की आदत, स्वच्छता का स्तर, दूसरों से व्यवहार, और पढाई की ओर एकाग्रता के बारे में जानता है। शिक्षक कभी भी अपना धैर्य नहीं खोता है और हर विद्यार्थी को उसके अनुसार पढाता है। एक शिक्षक हमेशा पाने विद्यार्थियों को अच्छी और ज्ञानपूर्ण बातें ही बताता है।

जीवन में विजय और सफलता प्राप्त करने के लिए शिक्षा एक बड़ी शक्ति होती है इसी लिए देश के भविष्य को और युवाओं के जीवन की जिम्मेदारी शिक्षक को दी जाती है। एक शिक्षक ही बच्चों को बचपन से सामाजिक, मानसिक और बौद्धिक रूप से काबिल बनाता है।

कक्षा में आने से पहले ही शिक्षक अपने शिक्षा के विषय को सुनिश्चित कर लेता है। शिक्षकों के पढ़ाने की खासियत अलग होती है वे विषयों के अनुसार अपने ज्ञान, कौशल, और व्यवहार को बदल लेते हैं। वे अपने जीवन का सबसे बहतरीन प्रयास करते हैं और हमें हमारे लक्ष्य तक पहुंचने में मदद करते हैं।

शिक्षक बनने के लिए परिश्रम : एक अच्छा शिक्षक बनने के लिए बहुत मेहनत करनी पडती है। हमेशा अपने से बड़ों का आदर करो और उनकी हर बात मनो। माता-पिता की आज्ञा का पालन करना चाहिए और उनकी किसी भी बात को काटना नहीं चाहिए। माता-पिता और बड़ों का हमेशा सम्मान करना चाहिए। समाज के और अपनी शिक्षा के प्रति एकाग्रता को बढ़ाना चाहिए।

अपने शिक्षक द्वारा दी जाने वाली शिक्षा को ग्रहण करना चाहिए और परीक्षा के अच्छे परिणाम के लिए बहुत मेहनत करनी चाहिए। एक अच्छा शिक्षक बनने के लिए ह्रदय में एकता का भाव होना चाहिए। किसी भी व्यक्ति से भेदभाव नहीं करना चाहिए। हर किसी को एक नजर से देखना चाहिये। अपने से छोटों को हमेशा अच्छे बातें बतानी चाहियें और सहपाठियों से हमेशा एकता बनाकर रखनी चाहिए। अपने शिक्षक से हमेशा प्रेरणा लेनी चाहिए।

उपसंहार : एक शिक्षक का हमारे जीवन में बहुत महत्व होता है। शिक्षक के बिना जीवन में कोई भी मानसिक, सामाजिक और बौद्धिक रूप से विकास नहीं कर सकता है। शिक्षक कभी भी बुरे नहीं होते हैं यह केवल उनकी शिक्षा देने के तरीके पर निर्भर करता है जो एक-दूसरे से अलग होता है और विद्यार्थियों के दिमाग में उनकी छवि को बनाता है।

योग्य शिक्षकों को सरकार द्वारा सम्मानित किया जाता है। शिक्षकों के सम्मान में हर साल 5 सितम्बर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन विद्यालयों में विशेष समारोह होता है जिसमें बच्चे बड़े ही उत्साह के साथ भाग लेते हैं। राष्ट्रपति जी के द्वारा योग्य शिक्षकों को पद और पुरस्कारों से सम्मानित किया जाता है।

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मेरे प्रिय अध्यापक हिंदी निबंध | My Favourite Teacher Essay in Hindi :- शिक्षक हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जो हमें शिक्षा के साथ-साथ एक महान नागरिक बने की की शिक्षा भी देते थे किसी भी बच्चों का पहले गुरु मां बाप के बाद शिक्षक ही उसका दूसरा गुरु होता है शिक्षक हम लोगों को समझ में अच्छे से जीवन यापन करने एवं आगे बढ़ाने की प्रेरणा देते हैं अच्छे एवं बुरे की पहचान करवाते हैं शिक्षक हमेशा हमें सही रास्ता पर चलने के लिए प्रेरित करते हैं अर्थात एक विद्यार्थी को उसका सामाजिक विकास में शिक्षक का का महत्वपूर्ण योगदान होता है जैसे कि हम लोगों को पता है कोई भी इंसान शिक्षा के बिना अंधे के समान होता है अर्थात उसे किसी भी चीज की समझ नहीं होती है उसे लोग समाज में हीन भाव से देखते हैं |

मेरा प्रिय अध्यापक पर निबंध (300 शब्द) | My Favourite Teacher Essay in Hindi

 प्रत्येक छात्रों के जीवन में उनका एक पसंदीदा शिक्षक होता है या रहा होगा और आज भी हम उनके संपर्क मैं रहते होंगे एवं उनके द्वारा दिए गए शिक्षा अर्थात ज्ञान का उपयोग अपने इस वर्तमान समय में करते हैं |

प्रस्तावना:

छात्र स्कूल के हो या कॉलेज के उनके जीवन में अपना एक पसंदीदा शिक्षक होता है  जिस शिक्षक के क्लास को छात्र बड़े रुचि के साथ पढ़ते हैं उनके क्लास के पढ़ाई को पढ़ने के लिए काफी उत्सुक रहते हैं और साथ ही साथ उनके द्वारा जो क्लास लिए जाते हैं उसे क्लास का पढ़ाई को छोड़ना नहीं चाहते हैं स्कूल एवं कॉलेज में हमारे पसंदीदा शिक्षक जो हमें सिखाते हैं वह हमारे वास्तविक जीवन में काफी मदद करता है

मेरा फेवरेट टीचर | My Favourite Teacher

जब मैं कक्षा 4और 5 में था, उस समय मेरे प्रिय अध्यापक मेरे स्कूल के गिरधारी सिंह मेरा पसंदीदा शिक्षक थे | इनका पढ़ने का और समझने का तरीका ही बिल्कुल अलग था मेरे शिक्षक किसी छात्र को नर्मता और सरल तरीका  पढ़ाते थे  छात्र बड़ी आसानी पूर्वक समझ पाए थे मेरे शिक्षक गणित के काफी अच्छे शिक्षक थे वह गणित जैसे विषयों को प्रैक्टिकल के द्वारा बड़ी आसानी पूर्वक समझते थे जिससे पढ़ाई के क्षेत्र में मध्य वर्ग के छात्र भी बड़ी आसानी पूर्वक समझ जाते थे वह छात्रों को हमेशा अच्छी-अच्छी बातों का ज्ञान देते थे | वह अपने छात्रों को हमेशा अच्छे मार्क्स लाने के लिए प्रेरित करते थे |

जब कोई विषय पढ़ने या समझने में परेशानी होती थी तब तब मेरे शिक्षा उस विषय को समझने मैं हम लोगों का सहायता करते थे वह पढ़ाई के साथ-साथ हम लोगों को सही रास्ता में चलने के लिए अच्छी-अच्छी ज्ञान देते थे, जो अभी वर्तमान समय में हम लोगों इस ज्ञान का काम आता है एवं जो आर्थिक रूप से कमजोर छात्र होते थे उनको भी आर्थिक रूप से सहायता प्रदान मेरे शिक्षक करते थे |

मेरे शिक्षक प्रत्येक सप्ताह जिस विषय पर पढाते थे उसे विषय से संबंधित टेस्ट सप्ताह के अंतिम दिन में लेते थे | और जो विद्यार्थी सबसे अच्छा मार्क्स लता था | उसे प्राइस के तौर पर चॉकलेट वितरण करते थे | मेरे शिक्षक पढ़ाई के दौरान कभी-कभी हम लोगों को छात्रों को हंसाने के लिए छोटे-छोटे चुटकुले बोलते थे | ताकि छात्रों को काफी खुशी महसूस होता था | यह सब के कारण वह हमारे पसंदीदा शिक्षक थे |

इस आर्टिकल के ऊपर दिए गए बातों को पढ़कर यह पता चलता है कि हम लोगों को हमेशा अपने शिक्षक का सम्मान करना चाहिए एवं उनके द्वारा दिए गए ज्ञान को वर्तमान समय में उपयोग करना चाहिए और आज हम लोग जो कुछ भी है उनके कारण ही है इसलिए हम लोगों को अपने शिक्षक को धन्यवाद देना चाहिए |

मेरे प्रिय अध्यापक निबंध (500 शब्द) | Essay On My Favorite Teacher in Hindi

Mera Priya Adhyapak Nibandh in Hindi :- मैं अपने स्कूल में जिस कक्ष में पढ़ता था उस कक्षा का मैं बहुत कमजोर विद्यार्थी था मेरा इंग्लिश बहुत कमजोर था जिसके कारण मुझे इंग्लिश के कक्षा में बहुत डर लगता था क्योंकि मैं इंग्लिश के विषय में शिक्षा के द्वारा कई बार मार भी खाया हूं लेकिन लेकिन हमारे स्कूल में एक नए शिक्षक इंग्लिश के आए थे  जिनका नाम संतोष सिंह था अपना परिचय बड़ी नर्मता  के साथ कक्षा में दिए उनका पढ़ने का अंदाज बिल्कुल ही अलग था वह स्कूल के प्रत्येक छात्रों को एक समान देखते थे चाहे छात्र पढ़ाई में कमजोर हो चाहे तेज हो वह खास करके कमजोर छात्रों पर ज्यादा ध्यान देते थे एवं उनको पढ़ने के लिए  प्रोत्साहित करते थे| परीक्षा आने से पहले  हम लोगों को अच्छी तरह से गाइड करते थे ताकि हम परीक्षा में अच्छे अंकों के साथ पास करें

परीक्षा से पहले एक्स्ट्रा क्लास देते थे |

मेरे पसंदीदा शिक्षक जब हम लोगों का परीक्षा नजदीक आता था तो हमारे शिक्षक हम लोग के लिए एक्स्ट्रा क्लासेस की सुविधा प्रदान करते थे अगर किसी विद्यार्थी को किसी विषय संबंधित कोई समस्या है तो वह उसे एक्स्ट्रा क्लासेस में अपने विषय संबंधी समस्याओं का सुझाव लेते थे उनका पढ़ने का एवं समझने का तरीका इतना अच्छा था कि विद्यार्थी उनके क्लास को मिस नहीं करते थे |

पढाई के साथ स्टूडेंट्स के मनोरंजन का भी ख्याल रखती थी |

जैसे ही हम लोग का परीक्षा खत्म होता था हम लोगों के लिए मनोरंजन के लिए कई सारी व्यवस्था हमारे शिक्षक करते थे इस मनोरंजन में हमारे शिक्षक कई प्रकार के गेम का खेलने का व्यवस्था करते थे उनके अनुसार बच्चों को पढ़ के साथ-साथ खेलकूद भी करना जरूरी होता है कभी-कभी तो स्कूल के क्लास में ही मनोरंजन संबंधित एक्टिविटी हमारे शिक्षक करते थे इसलिए वह हमारे पसंदीदा शिक्षक थे

स्टूडेंट को मोटिवेट | Student Ko Motivate

जब कोई विद्यार्थी निराश होता था या डर के कारण उनसे कोई बात नहीं पूछ सकता था तो हमारे शिक्षक हम लोगों का आत्मविश्वास को बढ़ाते थे और आगे बढ़ाने के लिए प्रेरणा देते थे वह हमेशा एक बात को कहते थे किसी भी  समस्या से  डर कर मत भागो उसे समस्याओं का सामना करो क्योंकि कोई भी समस्या आपके आत्मविश्वास से बड़ी नहीं होती है अगर आप लोगों ने किसी कार्य करने के लिए एक लक्ष्य लिया है तो उस लक्ष्य को अपने मेहनत के द्वारा पूरा करो अगर आपको किसी कार्य में सफलता एक बार में नहीं मिलती है तो इसका मतलब यह नहीं है कि आप सफल नहीं हो पाएंगे आपको प्रयास करती रहनी चाहिए

सिर्फ आप लोगों को अपने लक्ष्य को  पूरा करने में ध्यान देना चाहिए चाहे उसके लिए जितनी भी मेहनत क्यों न करने पड़े क्योंकि ईमानदारी से मेहनत करने वाले लोगों को कभी हार का सामना नहीं करना पड़ता है इन सभी विचारों को सुनकर हम लोग विद्यार्थियों का मनोबल बढ़ता है और हम लोग और ज्यादा मेहनत करने लगते हैं शिक्षकों को हमेशा विद्यार्थियों का मनोबल को बढाते रहना चाहिए क्योंकि अधिकतर शिक्षक ऐसे होते हैं कि छोटे-छोटे गलतियों पर विद्यार्थियों को डिमोटिवेट कर देते हैं जिसके कारण कई विद्यार्थियों को स्कूल नहीं जाने और पढ़ाई न करने का मन करता है |

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मेरे प्रिय अध्यापक निबंध (750 शब्द) | Essay On My Favourite Teacher in Hindi

शिक्षकों का अहमियत हमारे जीवन में काफी महत्वपूर्ण है शिक्षकों को भगवान के रूप  में देखा जाता है शिक्षक मोमबत्ती की तरह हमारे जीवन में रोशनी लाते है रोशनी का अर्थ हुआ शिक्षा  के माध्यम से विद्यार्थियों को सही रास्ते पर चलने का राह दिखाए हैं शिक्षक अच्छे बुरे एवं अपने से बड़ों का सम्मान एवं अपने से छोटों का इज्जत करने  का ज्ञान हमें प्रदान किए हैं

अगर शिक्षक ना होते तो स्कूल भी नहीं होती और अगर स्कूल नहीं होती तो सभ्य समाज का निर्माण भी नहीं होता| विद्यार्थी अपने शिक्षक के बिना अधूरे होते शिक्षक केवल पढ़ाई संबंधित ज्ञान ही नहीं देते हैं बल्कि हमारे जीवन में अच्छे बुरे की पहचान करने की ज्ञान भी देते हैं साथ ही साथ हम लोगों को एक अच्छा इंसान बनने के लिए प्रेरणा भी शिक्षक के द्वारा मिलता है

स्कूलों एवं कॉलेज में कुछ ऐसे शिक्षक होते हैं जो काफी अच्छे पढ़ाते हैं और उनके अच्छे पढाने के कारण कारण विद्यार्थी उनके साथ घुल मिल जाते हैं और इस प्रकार व शिक्षक हम लोगों का प्रिय शिक्षक बन जाते हैं

विद्यार्थी अपनी शिक्षा पूरा करने में  शिक्षक के बिना असमर्थ है शिक्षकों के द्वारा पढ़ना एवं उनके द्वारा दिखाए गए रास्ते पर  चलने की वजह से सफलता प्राप्त होती है हम लोगों के जीवन में शिक्षक का एक महत्वपूर्ण स्थान है इसलिए शिक्षकों को भगवान से ऊपर भी माना जाता है |

मेरा पसंदीदा शिक्षक अशोक प्रसाद थे इन्होंने मुझे कक्षा-8 से लेकर दसवीं तक इतिहास पढाते थे सबसे पहले कक्षा में उस विषय को छात्रों को पढ़ने के लिए बोलते थे फिर उसे विषय को छोटे-छोटे भागों में अच्छी तरह से समझाते थे इनका समझने का तरीका बिल्कुल सरल भाषा था जिसको समझने में आसानी होती थी |

उसके बाद अगर उसे विषय का अर्थात जिस विषय का पढ़ाई हो चुका है उस विषय से संबंधित प्रश्न विद्यार्थियों को करते थे जिससे विद्यार्थियों को उस विषय को याद रखने में काफी सहायता होती थी

वर्तमान समय में ऐसे शिक्षक मिलना है काफी मुश्किल की बात है जब उनका क्लास रहता था तो सभी विद्यार्थी उनके क्लास में मौजूद होते थे

वक्त के साथ परीक्षा लेना

मेरे पसंदीदा शिक्षक अशोक प्रसाद जिस पाठ को पढ़ा देते थे उसे पाठ से संबंधित परीक्षा सप्ताह के अंतिम दिन में लेते थे परीक्षा लेने का मुख्य उद्देश्य  यह होता था कि विद्यार्थी कितना तक इस पाठ को समझ सके हैं। और जिनका नंबर इस परीक्षा में काम आता था उन पर शिक्षक ज्यादा ध्यान देते थे ताकि अगली बार वह अच्छी तरह से समझ  सके |

सबके साथ समान व्यवहार | Equal Treatment

मेरे पसंदीदा शिक्षक कभी भी किसी के साथ भेदभाव नहीं करते थे | वह सभी को एक समान देखते थे | अगर कोई भी विद्यार्थी पढ़ने में कमजोर है और कोई विद्यार्थी पढ़ने में तेज है दोनों के साथ समान व्यवहार करते थे। वह सभी विद्यार्थियों को अच्छे से पढ़ाई करने के लिए प्रेरित करते थे।

वह अपने कक्ष में सभी विद्यार्थियों का काफी ध्यान रखती थी वह रोटेशन के अनुसार प्रत्येक विद्यार्थियों को आगे बैठने का मौका देते थे।

नोट्स वितरण

एक अच्छे शिक्षक का पहचान यह होता है कि प्रत्येक अध्याय का नोट्स वितरण विद्यार्थियों में करना होता है। हम लोग किताब भी पढ़ सकते हैं लेकिन किताबों में लिखी गई भाषा को हमारे शिक्षक नोटिस के माध्यम से उसे सरल बनाकर लिखते हैं जिसको समझने में और पढ़ने में काफी आसानी होती है |

परीक्षा के लिए तैयारी

मेरे शिक्षक परीक्षा से कई दिन पहले परीक्षा की तैयारी करते थे इसके लिए उन्होंने कई वर्ष के पुराने प्रश्न पेपर को सुलझाने के लिए देते थे इससे हम लोग का आत्मविश्वास बढ़ता था और परीक्षा के समय कठिनाइयों का सामना नहीं करना पड़ता था और जो विद्यार्थी परीक्षा में अच्छे नंबर चलाते थे उनको पुरस्कार भी देते थे।

अतिरिक्त कक्षाओं का आयोजन

जब कभी हम लोगों को इस विषय के बारे में समझ में नहीं आता था हम लोग का शिक्षक एक्स्ट्रा क्लास का प्रबंध करते थे वह इतना अच्छा पढाते  थे  और समझाते थे  कि कक्षा में हम लोग को अच्छी तरह से समझ में आ जाता था।

जीवन के अनुभव

हम लोगों के शिक्षक अपने जीवन से संबंधित अनुभव के बारे में बताते थे । कि हम लोग अपने जीवन में यही फैसला कर सके और सही मार्ग पर चल सके हमारा जिंदगी में जितनी भी कठिन से कठिन समस्या आए उसका सामना कर  सके ।

अतः हम लोग कह सकते हैं कि शिक्षक हम लोगों को अच्छे बुरे की पहचान करना सीखाते हैं  साथ  ही साथ संसार में चलने  के लिए एक योग्य इंसान एवं सम्मानित नागरिक बनाने के कार्य शिक्षक करते हैं। हम लोगों को अपने शिक्षक का हमेशा सम्मान करना चाहिए मैं अपने आप को काफी भाग्यशाली समझता हूं कि मुझे एक अच्छा शिक्षक मिला।

मेरा प्रिय अध्यापक पर निबंध | Download Mera Priya Adhyapak Essay in PDF Download

मेरे प्रिय अध्यापक पर निबंध कैसे लिखें इसकी जानकारी मैं आप लोगों को पीडीएफ फाइल के रूप में करवा रहे हैं इसको आप लोग डाउनलोड करके अपने मोबाइल में आसानी प्रयोग देख सकेंगे।

Download PDF:

मेरी प्रिय अध्यापिका पर निबंध | My Favorite Teacher Essay in Hindi 5 lines

teacher par essay in hindi

मेरी प्रिय अध्यापिका पर निबंध 5 lines निम्न है:-

  • मेरी प्रिय अध्यापिका  समय मिलने पर गेम  खेलने का व्यवस्था करती थी | हैं और जीवन में सफल होने के लिए महत्वपूर्ण बातों को बोलती थी।
  • मैं भी अपने अध्यापिका की तरह एक अच्छा इंसान बनना चाहता हूं।
  • जब कभी भी मैं कोई समस्या में फस जाता था तो मैं अपने अध्यापिका से कुछ समस्या का सलाह लेता था और वह हमें हमेशा अच्छी सलाह  देती थी।
  • मैं हमेशा अपने अध्यापिका का सम्मान करता हूं हम सभी को शिक्षकों का सम्मान करना चाहिए कभी भी उनका अपमान नहीं करना चाहिए। 
  •  मेरे शिक्षक बहुत ही सरल भाषा में पढ़ाती है ताकि सभी छात्रों को आसानी पूर्वक समझ सके।

मेरा प्रिय शिक्षक निबंध हिंदी में 100 words | My Favourite Teacher Paragraph in Hindi

स्कूल हो या कॉलेज शिक्षक हमेशा हमें शिक्षा के साथ-साथ अच्छी-अच्छी ज्ञान देते हैं जो सामाजिक तौर पर हमारा काम आता है शिक्षक हमेशा अपने विद्यार्थियों को आगे बढ़ाने की प्रेरणा देते हैं

मेरे प्रिय शिक्षक क्लास 8 के मोहित शर्मा सर जी थे जो हिंदी विषय के साथ-साथ सभी विषयों को पढाते थे। मैं इंग्लिश विषय में काफी कमजोर था लेकिन मेरे प्रिय शिक्षक मोहित शर्मा जी जब आए तो मेरे इंग्लिश विषय को समझने में सुधार किया उनके पढाने की कला  इतनी अच्छी थी कि छात्र-छात्राओं को बड़ी आसानी पूर्वक समझ में आ जाती थी। वह हमेशा सभी विद्यार्थियों को एक समान देखते थे सभी के साथ अच्छा व्यवहार करते थे वह हम लोगों का स्कूली शिक्षा के साथ-साथ हमारे आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों को आर्थिक रूप  से मदद भी करते थे

मेरी प्रिय अध्यापक पर निबंध 10 Lines | Mera Priya Adhyapik Par Nibandh 10 Lines

Meri Priya Adhyapika Par Nibandh 10 Lines

  • मेरे प्रिय अध्यापक का नाम श्री राजन गुप्ता है।
  • मेरे प्रिय अध्यापक मेरी कक्षा में भूगोल के शिक्षक  हैं जिनका समझाने का तरीका सबसे अलग और आसान है।
  • मेरे प्रिय शिक्षक स्कूल के सभी छात्रों को एक समान मानते थे किसी भी एक छात्र पर ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं
  • मेरे प्रिय  शिक्षक एक शिक्षक के साथ ही साथ  एक अच्छे इंसान भी हैं वह गरीब वर्ग के छात्रों की बहुत मदद करते हैं।
  • मेरे प्रिय शिक्षक का  मेरे स्कूल से कुछ दूर में ही उनका घर था।
  • मेरे स्कूल के सभी छात्र/छात्राएं अपने शिक्षक का बहुत सम्मान करते हैं। और उनके कक्षा में आने से सभी शांत बैठ जाते हैं।
  • अगर कोई छात्र के द्वारा गलती करने पर हमारे प्रिय शिक्षक उनको ज्यादा दण्ड नहीं देते हैं बल्कि हम लोगों को प्यार से समझा देते हैं।
  • हम जो भी प्रश्न का उत्तर अपने शिक्षक से पूछते थे तो शिक्षक उसका उत्तर  बहुत ही शांत स्वभाव के साथ सरल भाषा में देते हैं।
  • मेरे प्रिय अध्यापक हमें बहुत मेहनत और लगन से पढ़ाते हैं वह‌ छुट्टी बहुत कम लेते है।
  • मुझे अपने शिक्षक का विद्यार्थी होने पर बहुत गर्व है।

हमारे इस आर्टिकल में मेरे प्रिय अध्यापक पर निबंध कैसे लिखें इसकी जानकारी विस्तार पूर्वक जानकारी प्रदान की गई है

मैं आशा करता हूं कि मेरे प्रिय अध्यापक पर जो निबंध लिखा हूं   यह आर्टिकल आप लोगों को काफी पसंद आया होगा ऐसे में आप लोगों के मन में इस आर्टिकल संबंधित कोई प्रश्न है तो तो आप हमारे कमेंट्स बॉक्स में आकर प्रश्न पूछे मैं आप लोगों को प्रश्नों का उत्तर जरूर दूंगा |

इस ब्लॉग पोस्ट पर आपका कीमती समय देने के लिए धन्यवाद। इसी प्रकार के बेहतरीन सूचनाप्रद एवं ज्ञानवर्धक लेख easyhindi.in पर पढ़ते रहने के लिए इस वेबसाइट को बुकमार्क कर सकते हैं

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